1400 के लक्ष्य को पाने में संबंधित अधिकारियों में रुचि के अभाव के चलते मात्र 30 जोडों के ही हो सके सामूहिक विवाह
संवाददाता ऋषभ तोमर
लोनी गाजियाबाद। जनपद में संपन्न हुए सामूहिक विवाह समारोह के लिए अपेक्षित लक्ष्य पूरा करने में रुचि न लेने व क्षेत्र में व्यापक प्रचार व प्रसार न करने के कारण प्रशासन केवल 30 जोड़ों की शादी कराने के बावजूद अपनी पीठ खुद थपथपा रहा है, जबकि मुख्यमंत्री सामूहिक शादी समारोह की जानकारी न होने के अभाव में दर्जनों परिवार व जोडे इसका लाभ उठाने से वंचित रह गए ।
उल्लेखनीय है कि, गाजियाबाद जनपद को 1400 कन्या और तलाकशुदा महिलाओं के पुनर्विवाह करने का लक्ष्य सरकार द्वारा दिया गया था। जनपद मे चार विकासखंड के अलावा तीन नगर पालिका परिषद् व नगर पंचायत भी शामिल हैं।इन सब के बावजूद भी केवल 30 जोड़ों को शादी समारोह आयोजित कर प्रशासन ने अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली।
पता तो यह भी चला है कि, जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा क्षेत्र में शादी के दिनांक व योजना के बारे में अधिकांश जनप्रतिनिधियों तक को भी जानकारी नहीं दी गई, फिर आम आदमी तक विवाह संपन्न होने की जानकारी कैसे पहुंचती। गौरतलब बात तो यह है कि, शादी समारोह में जिला समाज कल्याण अधिकारी वेद प्रकाश के अलावा जनपद स्तरीय अन्य किसी अधिकारी ने कोई रुचि नहीं ली। इससे ही सिद्ध हो रहा है कि, अधिकारियों ने शासन की इस महत्वपूर्ण योजना पर कोई ध्यान नहीं दिया और समारोह पूरी तरह विफल साबित हुआ।इसके लिए कौन दोषी है ,यह तो अधिकारी ही बता सकते हैं।