ऋषि कुलम् में योग व चरित्र निर्माण शिविर,भारत का वैभव लौटाएंगे , फिर से विश्वगुरु बनाएंगे : जयराम आर्य
संवाददाता नीतीश कौशिक
बागपत |आर्य प्रतिनिधि सभा बागपत और आर्य वीर दल के नेतृत्व में ऋषिकुलम् विद्यालय बसी में चल रहे योग एवं चरित्र निर्माण शिविर के छठवें दिन अभ्यस्त हुए युवाओं ने व्यायाम प्रदर्शन करके सबको आश्चर्यचकित कर दिया।
इस अवसर पर योगाचार्य जयराम आर्य ने आह्वान किया कि, भारत का पुरातन वैभव सोने की चिड़िया वाले यथार्थ और फिर से विश्वगुरु बनाने की कवायद युवा पीढ़ी द्वारा संकल्पित होकर जुटने से वह दिन दूर नहींं ,जब यह देश दुनिया का सिरमौर होगा |
कहा कि, हमें योग, आयुर्वेद व अध्यात्म को जीवन का हिस्सा बनाना होगा। भौतिकवादी युग में मनुष्य स्वार्थी व संकुचित हो गया है, उससे छुटकारा पाना होगा।योगाचार्य हरेंद्र कुमार आर्य ने बच्चों को पीटी, जूडो, बाक्सिंग, दंड बैठक, स्तूप आदि सिखाए। बौद्धिक वक्ता डॉ धीरज ने कहा कि ,मनुष्य ही ऐसा जीव है ,जो अन्य जीवों की तरह जन्म से कुछ नहीं जानता बल्कि प्रशिक्षण से ही हर कला अर्जित करता है ,जिसमें उसके सकारात्मक दृष्टि की एक बहुत बड़ी भूमिका है। चरित्र निर्माण शिविर ही एक ऐसा माध्यम है जिससे सामाजिक विकास सम्भव है।
इस मौके पर विद्यालय प्रबंधक तेजपाल, मनोज आर्य,राजेंद्र सिंह सभा प्रधान, देव मुनि जी खेला, अवनीश , ओमवीर सिंह, तेजपाल, राम मेहर सिंह, विनोद ढिकोली, राम आर्य आदि आर्यजन उपस्थित रहे।