सट्टेबाजी की खबर चलाने पर दबंगों ने दी यातनाएं
बंधक बनाकर अमानवीय व्यवहार एवं प्रताड़ित करने का आरोप
सट्टेबाजी की खबर चलाने पर दबंगों ने दी यातनाएं
- बंधक बनाकर अमानवीय व्यवहार एवं प्रताड़ित करने का आरोप
- बेइज्जत करने के इरादे से कर डाला पेशाब सोशल मीडिया में वायरल की वीडियो
थानाभवन- खुलेआम चल रहे सट्टे बाजी की खबर प्रकाशित करने पर सट्टेबाजी करने वाले सट्टेबाज ने अपने दबंग साथियों के साथ मिलकर स्थानीय पत्रकार को बंधक बनाकर उत्पीड़न करते हुए उसके साथ अ मानवीय व्यवहार किया एवं उसे जान से मारने का प्रयास व उसके साथ अप्राकृतिक कुकर्म करने का प्रयास करते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दी। अपने साथ हुई घटना से सदमे में आए पत्रकार ने थाना प्रभारी को तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की है। घटना पर स्थानीय पत्रकारों ने भी रोष व्यक्त किया है।
शामली जनपद के थानाभवन निवासी एक पत्रकार ने थाना प्रभारी को एक तहरीर देते हुए बताया कि कस्बा निवासी अजय एवं उसके साथियों द्वारा खुलेआम सट्टेबाजी की जा रही थी। जिसकी खबर प्रकाशित करने के बाद अजय ने अपने दबंग साथियों के साथ मिलकर उसे अपने ऑफिस में अपहरण कर बंधक बना लिया एवं उसे डरा धमकाने लगे उसके साथ गाली गलौज की गई एवं खबर चलने पर जान से मारने की धमकी दी गई व माफी मांगने की बात कही गई। उसके साथ जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए डराया धमकाया गया। बेज्जती करने के इरादे से उक्त लोगों ने वीडियो भी बनाई। पत्रकार ने आरोप लगाया कि जब उसने माफी मांगने से मना कर दी तो उसे वह अपनी मोटरसाइकिल पर अज्ञात जगह ले गए और उसके ऊपर तमंचा तानते हुए पेशाब कर डाला एवं उसके साथ अप्राकृतिक कुकर्म करने का प्रयास भी किया। यहां तक की 2013 में दंगा पीड़ित होने के कारण यहां आए पत्रकार को शहर छोड़ने की धमकी भी दी गई। बेज्जती करने के इरादे से सट्टेबाजो ने अपने साथी अन्नू और विपिन सहित करीब आधा दर्जन लोगों के साथ मिलकर उसके साथ इस घटना को अंजाम दिया एवं मान प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के लिए और दबंगता दिखाने के लिए सोशल मीडिया में भी वायरल कर दी। घटना सदमे में आए पत्रकार ने पत्रकार साथियों को घटना से अवगत कराया एवं थानाभवन थाना प्रभारी को तहरीर देते हुए उक्त लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की। शर्मसार एवं घिनोने कृत्य से पत्रकार जगत में भी रोष व्याप्त है। पत्रकारों का कहना है कि अगर उक्त लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो इस संबंध में उत्तर प्रदेश के डीजीपी से मिलकर कार्रवाई की मांग की जाएगी।