डेंगू से बचाव के लिए पूरा शरीर ढकें, घरों के आसपास सफाई रखें

डेंगू से बचाव के लिए पूरा शरीर ढकें, घरों के आसपास सफाई रखें

डेंगू की रोकथाम, बचाव और उपाय के लिए आवश्यक निर्देश जारी
बुखार के केस मिलने पर गांवों में कराया जा रहा दवा का छिडकावः सीएमओ
शामली। जिले में डेंगू के मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जिले के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) पर का अलग से डेंगू वार्ड बनाया गया है। गांव-गांव आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से बुखार से ग्रसित मरीजों की खोजबीन कराई जा रही है। जिन गांवों में बुखार के मामले मिल रहे हैं, वहां एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। लोगों को डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय अग्रवाल ने बताया कि जनपद में डेंगू बुखार से निपटने के सभी इंतजाम हैं। डेंगू बुखार को लेकर मरीजों में डर का माहौल है। जिला अस्पताल में संभावित डेंगू मरीजों की जांच की जा रही है। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीमम एक्टिव मोड पर आ गईं हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि बुखार आने पर कोई भी लापरवाही न करें, तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें।
संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ जाहिद अली का कहना है कि डेंगू और वायरल फीवर के मरीजों का सभी अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है। पर्याप्त मात्रा में दवा और जांच के इंतजाम हैं। उन्होंने बताया कि गांवों में आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर बुखार से ग्रसित मरीजों की खोजबीन कराई जा रही है। जहां भी मरीज मिल रहे हैं, वहां एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। इसके साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया जिले की छह सीएचसी पर अलग से डेंगू वार्ड बना दिये गये हैं, जिसमें संभावित डेंगू मरीजों को भर्ती करके उपचार किया जा रहा है। अभी तक स्थिति सामान्य है। अस्पताल सभी तरह के हालातों से निपटने में सक्षम हैं।
बुखार आए तो लापरवाही न बरतें
डा. जाहिद ने कहा इस मौसम में आने वाले बुखार में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। जैसे ही बुखार आए तुरंत ही चिकित्सक से संपर्क करें। कई मामलों में डेंगू बुखार शुरुआत में सामान्य बुखार जैसा ही लगता है, जिसके कारण सामान्य बुखार और डेंगू के लक्षणों में फर्क समझ नहीं आता है। उन्होंने बताया डेंगू कई प्रकार होता है लेकिन हेमरेजिक डेंगू थोड़ा खतरनाक साबित हो सकता है। इसमें प्लेटलेट और वाइट ब्लड सेल्स की संख्या कम होने लगती है।

डेंगू बुखार के लक्षण
ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार चढ़ना।
सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना।
आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना।
बहुत ज्यादा कमजोरी लगना, भूख न लगना।
जी मिचलाना और मुंह का स्वाद खराब होना।
गले में हल्का-सा दर्द होना।
शरीर खासकर चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल-गुलाबी रंग के चकत्ते होना।

ऐसे करें डेंगू बुखार से बचाव
जब भी घरों से बाहर निकलें तो पूरी बांह की शर्ट, जूते, मोजे और फुल पैंट पहनें। खासकर बच्चों के लिए इस बात का जरूर ध्यान रखें। कमरे में मच्छर भगाने वाले स्प्रे, मैट्स, कॉइल्स आदि का प्रयोग करें। मस्किटो रेपलेंट को जलाते समय सावधानी बरतें। इन्हें जलाकर कमरे को 1-2 घंटे के लिए बंद कर दें।