छठ पर्व पर महिलाओं ने डूबते सूर्य को चढ़ाया अर्घ्य , जिले में परम्परागत तरीके के साथ व्रत रखकर की पुत्रों की दीर्घायु होने की कामना

छठ पर्व पर महिलाओं ने डूबते सूर्य को चढ़ाया अर्घ्य , जिले में परम्परागत तरीके के साथ व्रत रखकर की पुत्रों की दीर्घायु होने की कामना

संवाददाता नीतीश कौशिक

बागपत। जिले में रविवार को छठ का पर्व पारम्परिक श्रद्धा व उल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और पुत्रों की लम्बी आयु होने की कामना की। पूर्वी भारत के लोगों ने एक-दूसरे को छठ की बधाइयां देते हुए देखा गया। 

 

रविवार को सहकारी शुगर मिल कॉलोनी के मॉ दुर्गा मंदिर में लोगों ने छठ का पर्व बड़े ही उत्साह, उमंग व श्रद्धा के साथ मनाया। इस दौरान महिलाएं एक स्थान पर एकत्रित हुई और ढोल-नगाड़ों के साथ मंगल गीत गाते हुए छठ मैया की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की और डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य चढ़ाये। 

 

 

नालंदा निवासी अश्विनी कुमार ने बताया कि, महिलाओं ने छठ पर्व पर अपने बच्चों की लम्बी आयु व घर-परिवार की खुशहाली तथा मनोकामना पूर्ति की कामना की। फल, मिठाई व ठेकुए से छठ मैया को भोग लगाया गया। बताया कि,महिलाओं ने निर्जल व्रत रखे तथा सोमवार को सूर्य उदय के दौरान सूर्य देवता को अर्घ्य चढ़ाकर व्रत खोलेंगी। उसके बाद सभी को प्रसाद का वितरण किया जाएगा। दूसरी ओर कल-कारखानों व फैक्ट्रियों में रहने वाले लोगों ने भी छठ का पर्व मनाया और एक-दूसरे को छठ की बधाइयां दी। घर में तरह-तरह के पकवान बनाये गये और छठ की खुशियां मनाई गई। वहीं बड़ी संख्या में पक्का घाट के पास व यमुना नदी पर बने गौरीपुर पुल पर जाकर लोगों ने छठ मैया की पूजा की। 

 

इस मौके पर लालदेई, सरिता, अंजनी, रीना, सीमा देवी, लीलावती, केसरी, शीला देवी, राधाकृष्ण, विनोद, उपेंद्र, रमेश, किशनलाल, सीताराम, प्रदीप, दयाशंकर, खजांची गुप्ता, अजीत आदि समेत काफी लोग मौजूद थे।