राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में आकस्मिक निरीक्षण, बाल अपचारियों के शैक्षिक और कानूनी विकास की ओर महत्वपूर्ण कदम।

राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में आकस्मिक निरीक्षण, बाल अपचारियों के शैक्षिक और कानूनी विकास की ओर महत्वपूर्ण कदम।

चित्रकूट। 20 दिसंबर 2024 चित्रकूट के राजकीय सम्प्रेक्षण गृह का आकस्मिक निरीक्षण माननीय जनपद न्यायाधीश श्री विकास कुमार प्रथम ने किया, जो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष भी हैं। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने बाल अपचारियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।

श्रीमती नीलू मैनवाल, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चित्रकूट ने बताया कि उच्च न्यायालय की किशोर न्याय समिति के निर्देशानुसार, राजकीय सम्प्रेक्षण गृह के पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की समीक्षा की गई। जिन पुस्तकों की कमी पाई गई, उन्हें शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। यह कदम बाल अपचारियों के शैक्षिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

इसके अलावा, बाल अपचारियों को निःशुल्क अधिवक्ता सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। यदि किसी बाल अपचारी को अधिवक्ता की आवश्यकता हो, तो वे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से यह सेवा प्राप्त कर सकते हैं।

निरीक्षण के दौरान सुश्री अंजलिका प्रियदर्शिनी, प्रधान मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड, श्री राजकमल, क्षेत्राधिकारी नगर, पूजा साहू, उपजिलाधिकारी कर्वी, और अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया। इस पहल से यह सुनिश्चित होता है कि बाल अपचारी न केवल कानूनी सहायता प्राप्त कर सकें, बल्कि उनके शैक्षिक और सामाजिक विकास के लिए भी समुचित कदम उठाए जा रहे हैं।