पंचमुखी हनुमान की अष्टधातु प्रतिमा की भव्य प्राण प्रतिष्ठा।
राजापुर, चित्रकूट: महाकवि गोस्वामी तुलसीदास की पवित्र जन्मभूमि राजापुर के तुलसी स्मारक में आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ के पावन अवसर पर मंगलवार को पंचमुखी हनुमान की अष्टधातु से निर्मित भव्य प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। सब्जी मंडी स्थित शिवालय में वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक विधियों के साथ इस दिव्य प्रतिमा की स्थापना की गई।
मंदिर के पुजारी ने बताया कि अष्टधातु से निर्मित इस तरह की प्रतिमा पहली बार राजापुर में स्थापित की गई है, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। श्रीमद्भागवत कथा वाचक प्रकाश चैतन्य महाराज ने पंचमुखी हनुमान के महत्व को समझाते हुए कहा कि वे साहस, भक्ति और सुरक्षा के प्रतीक हैं। उनकी पूजा से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और जीवन में सुख-शांति आती है।
इस शुभ अवसर पर तुलसी स्मारक प्रांगण में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
कार्यक्रम में समाजसेवी प्रमोद द्विवेदी, देवी दयाल, मंदिर प्रबंधक संतोष रूपौलिहा, मनोज द्विवेदी, मधुरेंद्र प्रताप सिंह, हरिश्चंद्र पांडेय, रामप्रसाद शुक्ला, वीरेन्द्र पांडेय, कुलदीप मिश्रा, रामचिन्तन द्विवेदी, सुनील तिवारी, शिवबाबू द्विवेदी, राजकुमार प्रजापति, बच्चा द्विवेदी, मोनू मिश्रा, घनश्याम सोनी, हर्ष मिश्रा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
इस भव्य आयोजन ने न केवल भक्तों में आस्था का संचार किया, बल्कि पूरे क्षेत्र में धार्मिक उत्साह और ऊर्जा का माहौल बना दिया।