आयु: प्राणं प्रजां पशुं कीर्तिम् द्रविणं मह्यम् दत्वा की भावना के साथ किये यज्ञ से सद्कर्म में प्रवृत्ति : आ कपिल

आयु: प्राणं प्रजां पशुं कीर्तिम् द्रविणं मह्यम् दत्वा की भावना के साथ किये यज्ञ से सद्कर्म में प्रवृत्ति : आ कपिल

संवाददाता आशीष चंद्रमौलि

दोघट। चौगामा क्षेत्र के गाँव भड़ल में पं देवेन्द्र आर्य के संयोजन में अंतर्राष्ट्रीय यज्ञ दिवस पर विशाल यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञाचार्य कपिल शास्त्री द्वारा यज्ञ से होने वाले लाभों को बताया गया ।

अंतर्राष्ट्रीय यज्ञ दिवस पर आयोजित यज्ञ व प्रवचन के दौरान बताया गया कि,जो मनुष्य अग्निहोत्र यज्ञ करते हैं वे सब दोषों से दूर हो जाते हैं, क्योंकि यज्ञ की समिधा, सामग्री व सिद्धमंत्रों की गौरवशाली उपलब्धियों का  इतिहास रहा हैं। यदि कहें कि ,जब से सृष्टि का निर्माण हुआ है, तब से यज्ञ का प्रचलन है, क्योंकि चारों वेदों में यज्ञ की महिमा व यज्ञ करने का आदेश दिया गया हैं । बताया कि, यज्ञ के विषय मे वेदभगवान कहते है -क्रतुर्भव, अर्थात् यज्ञ करने वाला बन।

इस मौके पर बताया गया कि, जहां पर अनेक प्रकार की औषधियों द्वारा यज्ञ किया जाता है ,वहां का पर्यावरण हमेशा शुद्ध व पवित्र बना रहता है ।कार्यक्रम के दौरान भजनोपदेशक गोपाल ने सुंदर भजन सुनाये। समारोह में योगेंद्र आर्य ,गुरमीत आर्य,चंद्रकांत आर्य, नीरज ,मोहित कुमार,ऋचा आर्या, सगुन ,अथर्व आर्य,ज्योति आर्या,कोमल आदि उपस्थित रहे।