कथा में छठे दिन पहुंचे हजारों श्रद्धालु

कथा में छठे दिन पहुंचे हजारों श्रद्धालु

बहसूमा।कथा सुनने सनातन धर्म मंदिर मैं पहुंचे हजारों श्रद्धालु श्री सनातन धर्म मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन कथा वाचक परम पूज्य डॉक्टर विश्वेश्वरी देवी ने अपने श्री मुख से भगवान श्री कृष्ण  की लीला की कथा सुनाते हुए श्रद्धालुओं को बताया कि मथुरा मैं आकर भगवान श्री कृष्ण ने समस्त पापी लोगों के सहित कंस का उद्धार किया। गोपियों को परिपूर्ण कर दिया प्रजा के सुख के लिए कंस जैसे क्रूर शासक का अंत आवश्यक था तत्पश्चात उन्होंने उद्धव  को दूत बनाकर वृंदावन भेजा उद्धव ज्ञानी है किंतु उनका ज्ञान भक्ति के राहत अधूरा है जब उद्धव यशोदा मैया से मिले तो उनको वात्सल्य प्रेम का अद्भुत दर्शन हुआ ज्ञान का अभिमान धीरे-धीरे घटने लगा वही उद्धव जब संपूर्ण गोप शाखों श्री राधा रानी और गोपियों से मिले तो पूर्ण रूप से प्रेम के सागर में डूब गए गोपियों की चरण ढोली को मस्तक पर धारण किया और अपने ज्ञान के अभियान को गोपियों के चरणों में ही समर्पित कर दिया जब भगवान द्वारकाधीश बने तो रुक्मणी के साथ  भगवान का विवाह संपन्न हुआ कृष्ण ने समस्त  उद्धव ज्ञानी हैं किंतु उनका ज्ञान भक्ति के रहित अधूरा है जब उद्धव यशोदा मैया से मिले तो उनको वात्सल्य प्रेम का अद्भुत दर्शन हुआ ज्ञान का अभिशाप धीरे-धीरे घटने लगा वही उद्धव जब संपूर्ण गोप से शाखों श्री राधा रानी और गोपियों से मिले तो पूर्ण रूप से प्रेम के सागर में डूब गए गोपियों की चरण ढोली को मस्तक पर धारण किया और अपने ज्ञान के अभियान को गोपियों के चरणों में ही समर्पित कर दिया जब भगवान द्वारकाधीश बने तो रुक्मणी के सहित भगवान का विवाह हजारों श्रद्धालु ने कथा श्रवण की तथा आरती के पश्चात प्रसाद ग्रहण किया मुख्य यजमान उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री  दिनेश खटीक सह परिवार रहे। शनिवार को मुख्य यजमान विपिन मनचंदा सपरिवार रहे। इस मौके पर ठाकुर जयपाल सिंह चौहान, केपी सिंह धीमान, रोहित बंसल, विपिन मनचंदा, सुदर्शन गोयल, अजय अग्रवाल ,सत्येंद्र शर्मा, विकी कुमार, अशोक सिंगला ,रामकुमार शर्मा, देवी चंद ज्ञानपाल, कुशाग्र धीमान, सार्थक धीमान, आदि मौजूद रहे


बहसूमा।कथा सुनने सनातन धर्म मंदिर मैं पहुंचे हजारों श्रद्धालु श्री सनातन धर्म मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन कथा वाचक परम पूज्य डॉक्टर विश्वेश्वरी देवी ने अपने श्री मुख से भगवान श्री कृष्ण  की लीला की कथा सुनाते हुए श्रद्धालुओं को बताया कि मथुरा मैं आकर भगवान श्री कृष्ण ने समस्त पापी लोगों के सहित कंस का उद्धार किया। गोपियों को परिपूर्ण कर दिया प्रजा के सुख के लिए कंस जैसे क्रूर शासक का अंत आवश्यक था तत्पश्चात उन्होंने उद्धव  को दूत बनाकर वृंदावन भेजा उद्धव ज्ञानी है किंतु उनका ज्ञान भक्ति के राहत अधूरा है जब उद्धव यशोदा मैया से मिले तो उनको वात्सल्य प्रेम का अद्भुत दर्शन हुआ ज्ञान का अभिमान धीरे-धीरे घटने लगा वही उद्धव जब संपूर्ण गोप शाखों श्री राधा रानी और गोपियों से मिले तो पूर्ण रूप से प्रेम के सागर में डूब गए गोपियों की चरण ढोली को मस्तक पर धारण किया और अपने ज्ञान के अभियान को गोपियों के चरणों में ही समर्पित कर दिया जब भगवान द्वारकाधीश बने तो रुक्मणी के साथ  भगवान का विवाह संपन्न हुआ कृष्ण ने समस्त  उद्धव ज्ञानी हैं किंतु उनका ज्ञान भक्ति के रहित अधूरा है जब उद्धव यशोदा मैया से मिले तो उनको वात्सल्य प्रेम का अद्भुत दर्शन हुआ ज्ञान का अभिशाप धीरे-धीरे घटने लगा वही उद्धव जब संपूर्ण गोप से शाखों श्री राधा रानी और गोपियों से मिले तो पूर्ण रूप से प्रेम के सागर में डूब गए गोपियों की चरण ढोली को मस्तक पर धारण किया और अपने ज्ञान के अभियान को गोपियों के चरणों में ही समर्पित कर दिया जब भगवान द्वारकाधीश बने तो रुक्मणी के सहित भगवान का विवाह हजारों श्रद्धालु ने कथा श्रवण की तथा आरती के पश्चात प्रसाद ग्रहण किया मुख्य यजमान उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री  दिनेश खटीक सह परिवार रहे। शनिवार को मुख्य यजमान विपिन मनचंदा सपरिवार रहे। इस मौके पर ठाकुर जयपाल सिंह चौहान, केपी सिंह धीमान, रोहित बंसल, विपिन मनचंदा, सुदर्शन गोयल, अजय अग्रवाल ,सत्येंद्र शर्मा, विकी कुमार, अशोक सिंगला ,रामकुमार शर्मा, देवी चंद ज्ञानपाल, कुशाग्र धीमान, सार्थक धीमान, आदि मौजूद रहे।