34 जिंदा गोवंश, अवैध शस्त्र एवं चाकू के साथ 04 अन्तर्जनपदीय शातिर अपराधी गिरफ्तार-

34 जिंदा गोवंश, अवैध शस्त्र एवं चाकू के साथ 04 अन्तर्जनपदीय शातिर अपराधी गिरफ्तार-

गुरुबक्शगज रायबरेली। अपराधियों के विरुद्ध कृत कार्यवाही के अन्तर्गत मे07 दिसम्बर 2022 को थाना पुलिस टीम द्वारा चेकिंग के दौरान मुखविरखास की सूचना पर अभियुक्तगण- 1.अंसार अली पुत्र कमर निवासी ग्राम सैदनपुर थाना सफदरगंज बाराबंकी, 2.अली जान पुत्र अली मोहम्मद निवासी ग्राम सैदनपुर थाना सफदरगंज बाराबंकी, 3.इस्लाम पुत्र नईम निवासी आवास विकास कालोनी थाना सिविल लाइन जनपद रामपुर, 4.मो0 इरफान पुत्र मो0 जव्वाद निवासी गंगागंज थाना नवाबगंज जनपद प्रयागराज को 01 अदद कन्टेनर नं0 HR-38,S-9320, 34 अदद जिंदा गोवंश, 02 अदद चाकू, एक अदद तमंचा 12 बोर मय एक जिन्दा कारतूस 12 बोर, 01 अदद नम्बर प्लेट(फर्जी), 03 अदद एन्ड्राइड मोबाईल व 01 अदद कीपैड मोबाइल के साथ थाना क्षेत्र के ढकिया चौराहा से नियमानुसार गिरफ्तार किया गया जिसके विरुद्ध थाना गुरुबक्शगंज पर मु0अ0सं0 753/22 धारा धारा 11(घ) पशु क्रूरता अधि0 एवं 3/5/8 गोवध निवारण अधि0 व 419/420/467/468 भादवि व क्रमशः मुकदमा अपराध संख्या 754,755/2022 धारा 4/25 शस्त्र अधिनियम व मुकदमा अपराध संख्या 756/2022 धारा 3/25 शस्त्र अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा है। कड़ाई से पूछतांछ किये जाने पर अभियुक्त इस्लाम ने बताया कि असलम और अकबर तथा एक राजस्थानी व्यक्ति इस पूरे गैंग के सरगना है और मै उन्ही के साथ काम करता हूँ मेरा काम हरदोई, उन्नाव, बाराबंकी, रायबरेली जैसे जनपदों से जानवर बैल/ सांड/ गाय/ बछड़ा आदि इकठ्ठा करके कन्टेनर पर लदवाने का है। एक कन्टेनर मे 32 से 40 जानवर तक आ जाते है। कन्टेनर को जंगल मे ले जाकर रात्रि के अँधेरे मे जानवरों को लादा जाता है और जानवरो को लादने के बाद कन्टेनर को पूरी तरह सील कर दिया जाता है। जानवरों के हालत/हरकत पर निगाह रखने के लिये दो लेवर कन्टेनर पर रहते है और एक ड्राइवर जो कन्टेनर मालिक की तरफ से रहता है, उसकी जिम्मेदारी रहती है कि जानवरों से लदे कन्टेनर को बिहार बार्डर पर छोड़े। लदे हुये कन्टेनर से 5 से 7 किलोमीटर आगे मै अपने दो अन्य साथियों के साथ स्विफ्ट बीडीआई कार से रहता हूँ तथा रास्ते मे पुलिस द्वारा की जा रही चेकिंग आदि की सूचना देता हूँ यदि चेकिंग हो रही होती तो कन्टेनर को रोक दिया जाता है और चेकिंग समाप्त होने पर कन्टेनर फिर आगे बढ़ता है। कन्टेनर ट्रक मे फास्टैग लगा होने के कारण कोई समस्या नही आती है और इसी तरह पूरा माल बिहार बार्डर तक पहुँचता है। बिहार बार्डर से दूसरी गाड़ी से जानवरों को पश्चिम बंगाल भेजा जाता है जहां से इन जानवरों की सप्लाई बांग्लादेश को की जाती है। एक जानवर की कीमत 35 से 40 हजार रूपये होती है इस तरह एक ट्रिप मे लगभग 12 से 15 लाख रुपये की कीमत के जानवर सप्लाई किये जाते है। इन जानवरों को एक बार पश्चिम बंगाल तक पहुचने मे 5 से 6 लाख रूपये का खर्च आता है इस तरह लगभग 7 से 8 लाख रूपये की बचत एक ट्रिप मे हो जाती है। बिहार बार्डर तक छोड़ने के लिये ड्राइबर को 12 हजार रूपये दिये जाते है।