गैस गीजर हो रहे जानलेवा,सामने आये गंभीर मामले, एमबीबीएस की छात्रा हुई अचेत

बाथरूम में रोशनदान हो तथा बाहर हों सिलेंडर व गैसगीजर: डॉ संजय जैन

गैस गीजर हो रहे जानलेवा,सामने आये गंभीर मामले, एमबीबीएस की छात्रा हुई अचेत

ब्यूरो डॉ योगेश‌ कौशिक

बडौत।सर्दियों मे गैस गीजर का चलन बढ़ता ही जा रहा है, लेकिन सावधानी के अभाव में यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। 

बिजली कम आने की समस्या और दूसरा बिजली के गीजर के मुकाबले गैसगीजर सस्ता होने के चलते जहां इसका प्रचलन बढ़ा है, वहीं तनिक सी असावधानी भारी परेशानी में डाल सकती है और किसी हादसे को भी दावत दे सकती है।नगर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ संजय जैन एमडी के अनुसार ,अभी तक 20 से 30 केस गैस गीजर के कारण गंभीर हालत के आ चुके हैं। बताया कि, जब हम बाथ रूम मे गैस गीजर चलाते हैं ,तो वह तुरंत ही आसपास के वातावरण से आक्सीजन खींच लेता है और कार्बन मानो ऑक्साइड गैस पैदा कर देता है, जो जहरीली होती है, फलस्वरूप व्यक्ति का दम घुटना शुरू हो जाता है और जब तक वह कुछ समझ पाता है उससे पहले बेहोश हो जाता है। उसके मुंह से झाग निकलने शुरू हो जाते हैं।व्यक्ति का सांस लेना मुश्किल हो जाता है। यदि तुरंत ही उपचार ना मिले, तो व्यक्ति की दम घुटने से मृत्यु तक हो जाती है। 

बताया कि,गत वर्ष मंगल सेन जैन बीमे वालो के 21 वर्षीय पौत्र की गैस गीजर से मृत्यु इसका उदाहरण नगरवासी भूले नहींं होंगे।डॉ संजय जैन ने बताया कि ,यदि हम गैस गीजर इस्तेमाल करते ही हैं, तो गैस गीजर और सिलेंडर बाथरूम के बाहर लगा होना चाहिए और बाथरूम में रोशनदान जरूर लगा होना चाहिए।इस तरह यदि हम सावधानी बरतें ,तो इन दुर्घटनाओ को रोका जरूर जा सकता है। इसलिए जागरूक रहिये, स्वस्थ रहिये।

गैसगीजर के हादसे की चपेट में जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी वरदान जैन की पुत्री वनिशा जैन,जो स्वय बरेली में एमबीबीएस की होनहार छात्रा है, अपने घर पर गैस गीजर के कारण बाथरूम मे बेहोश हो गयी थी। डॉ संजय जैन द्वारा दिये गए तुरंत उपचार से ही बच सकी।इस संबंध में डॉ संजय जैन सहित मीडिया प्रभारी वरदान जैन ने भी गैस गीजर के इस्तेमाल के लिए सावधानी बरतने की अपील की गई है।