जैन समाज कानून का पालन कराने के लिए ही संघर्ष की राह पर:आ सुनील सागर
गिरनार जैन धर्म का है और रहेगा
संवाददाता आशीष चंद्रमौली
बडौत।जैन आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज ने अजितनाथ सभागार में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ,आज जैन श्रमणों को और जैन तीर्थ को अनदेखा, नजरअंदाज किया जा रहा है। शासन का आदेश है, जैनों को पूजा, दर्शन का ,लेकिन कितने अधिकार दिये जा रहे हैं ,यह सबके समक्ष है।
कहा कि, गिरनार के लिए भी शासन ने आदेश दिया है, वहाँ से अवैध अतिक्रमण हटाया जाये ,पहले जैसा था ही रहे ,लेकिन कुछ असामाजिक तत्व अशांति चाहते हैं ,वे जबरन गिरनार पर कब्जा करना चाह रहे हैं। जैन मुनि ने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि,उन्हें यह नही पता कि, भले ही जैन अहिंसा के पुजारी हैं, वे कमजोर नहींं हैं। वे अपने धार्मिक स्थल पर कब्जा बिल्कुल भी होने नहीं देंगे।
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कहा कि,जैनी संविधान की सुरक्षा चाहता है। सम्मान हो संविधान का। ऐसे में शासन ने जो आदेश दिया है, उसका पालन हो। कहा कि, देश के कई लोग कानून तोडने के लिए आंदोलन करते हैं, पर जैनी कानून का पालन करवाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। कहा कि ,सभी देव शास्त्र गुरु की शरण लें और सदैव सत्य की राह पर चलें, तो सदैव जीवन में आनंद ही आनंद होगा। सभा मे सुभाष जैन, अशोक जैन, सुरेंद्र जैन,नवीन बब्बल, ललित जैन, वरदान जैन, अनिल जैन, विनोद एडवोकेट, हंस कुमार जैन, संजय जैन, सुधीर जैन आदि मौजूद रहे।