यूरिया के बेहतर परिणाम पाने के लिए सीईओ पाहुल कुमार ने दिए टिप्स
ब्यूरो डा योगेश कौशिक
बागपत | बिनौली ब्लॉक के एफपीओ के सीईओ पाहुल वेदवान ने यूरिया खाद इस्तेमाल करने के लिए तथा उसके बेहतर परिणाम व पैदावार में बढोत्तरी के लिए किसानों को सचेत करते हुए कुछ टिप्स दिए हैं |
पाहुल वेदवान के अनुसार,अमूमन देखा जाता है कि, किसानों द्वारा यूरिया का इस्तेमाल आवश्यकता के न होने तथा मौसम की जानकारी के अभाव में किया जाता रहा है | बता दें कि, यूरिया अपना काम दूसरे से तीसरे दिन शुरू कर देती हैं जिसका असर सात से दस दिन तक रहता हैं | यूरिया कितना काम करेंगा यह इस बात पर निर्भर करता हैं कि, खेत की मिट्टी कैसी है और आपके डालने का तरीका क्या हैं |
हल्की मिट्टी -इस मिट्टी के कण बड़े होते हैं ,इसलिए पानी और पोषक तत्वों को पकड़े रखने की क्षमता इसमें बहुत कम होती हैं ,जिसकी वजह से पानी और पोषक तत्व जल्द ही नीचे चले जाते हैं और पौधे को उपलब्ध नहीं हो पाते | इसलिए ऐसी मिट्टी में हमें यूरिया दो तीन बार कर के देनी चाहिए | अक्सर किसान साथी पानी के आगे आगे यूरिया देते हैं , जैसे ही हम पानी लगाते हैं ,यूरिया पानी के साथ मिल कर जल्दी नीचे चली जाती हैं ,जबकि कोशिश करनी चाहिए कि, पानी लगाने के बाद यूरिया देनी चाहिए |
भारी मिट्टी - इसके कण छोटे - छोटे होते हैं, जिसकी वजह से आपस में चिपके रहते हैं | इसी कारण इस मिट्टी की पानी और पोषक तत्वों को पकड़े रखने की क्षमता ज्यादा होती हैं | इस मिट्टी में आप यूरिया अपनी सहुलियत के हिसाब से दे सकते हो |
साथ ही मिट्टी कोई भी हो, जब फसल पर फूल आने लगे हों, तो यूरिया नहींं लगानी चाहिए |