दलितों के सहयोगी वोट से चुने गए सांसद कुंवर दानिश अली करते हैं दलितों से परहेज
दुख सुख में नहीं पहुंचते दलितों के गांव में
गढ़मुक्तेश्वर हापुड़
अमरोहा सांसद कुंवर दानिश अली 4 साल बीत जाने के बाद भी दलितों के मोहल्ले गांव में नजर नहीं आते हैं और न हीं उनके दुख सुख में परिवार गांव में नहीं जाते अपने दलित मतदाताओं के गांव में रहने वाले लोगों के नाम तक भी नहीं जानते हैं बहुजन समाज पार्टी के चुनिंदा पदाधिकारियों को छोड़कर अमरोहा लोकसभा क्षेत्र के किसी भी गांव के दलित के परिवार में सांसद कुंवर दानिश अली सुख दुख में नहीं पहुंचे मुस्लिमों के सांसद बनकर रह गए हैं हां मुस्लिमों के हर गांव में जरूर पहुंच चुके हैं और मुस्लिमों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते दलित समाज में अमरोहा लोकसभा क्षेत्र के सांसद कुंवर दानिश अली के खिलाफ रोष पनपता जा रहा है अमरोहा लोकसभा क्षेत्र के दलित लाल सिंह जाटव प्रेम सिंह जाटव कुलदीप जाटव कालूराम जाटव मास्टर जगराम जाटव भूपेंद्र जाटव सोनू जाटव संजय जाटव क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने जानकारी देते हुए बताया सांसद कुंवर दानिश अली दलितों के मोहल्ले में आने से भी कतराते सुख और दुख में भी आना गवारा नहीं समझते हैं 2 अप्रैल 2018 को sc-st बहाली की मांग को लेकर दलित समाज के युवाओं पर हुए मुकदमों को वापस लेने के लिए एक बार भी आवाज संसद में नहीं उठाई जबकि मुस्लिमों के मोहल्ले में कहीं ना कहीं से जानकारी मिलती रहती है कि फलाना मुस्लिम के यहां अमरोहा सांसद कुंवर दानिश अली पहुंच रहे परंतु दलितों से करते हैं परहेज 2024 में होने वाले अमरोहा लोकसभा चुनाव में क्षेत्र की जनता बसपा के ऐसे प्रत्याशी को वोट नहीं करेगी जो भेदभाव की राजनीति और नीति अपनाते हैं अपने जनप्रतिनिधि मुस्लिम को बनाते हैं 4 साल में किसी भी दलित को अपना जनप्रतिनिधि नहीं बनाया पिंटू सुनील देवेंद्र जाटव ने जानकारी देते हुए बताया बहुजन समाज पार्टी की मुखिया बहन कुमारी मायावती ने कुंवर दानिश अली को लोकसभा का टिकट दिया दलितों के साथ की जा रही उपेक्षा का बदला लोकसभा 2024 के चुनाव में वोट न देकर लिया जाएगा