आयुष्मान कार्ड के नाम पर इलाज़ करके हॉस्पिटल काट रहे चांदी , हो रही बल्ले बल्ले , अधिकारी जांच पड़ताल में लगे

आयुष्मान कार्ड के नाम पर इलाज़ करके हॉस्पिटल काट रहे चांदी , हो रही बल्ले बल्ले , अधिकारी जांच पड़ताल में लगे

आयुष्मान कार्ड के नाम पर ऐसे हो सकती है ठगी    

 आयुष्मान कार्ड को लेकर सरकार सख्त है आयुष्मान कार्ड किसी भी हॉस्पिटल संचालक को न दे जिसका इलाज़ होता है उसी का आयुष्मान कार्ड दे हॉस्पिटल संचालक आपका आयुष्मान कार्ड लगाकर आपके पेकेज के पैसे निकाल लेते है इसीलिए किसी को भी अपना आयुष्मान कार्ड ना दे ऐसे ही मामले शामली जनपद में चल रहे है जब इस बारे में अधिकारी से बातचीत की गयी तो उनोने बताया कि जांच चल रही है जो भी तथ्य सामने आयेगे उसके आधार पर कारवाही की जाएगी .    हमारे देश में कई तरह की लाभकारी और कल्याणकारी योजनाएं चलती हैं, जिनका संचालन सरकार द्वारा किया जाता है। गरीब वर्ग तक लाभ पहुंचाने के लिए इन योजनाओं को चलाया जाता है। इसी तरह लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए आयुष्मान भारत योजना को चलाया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाते हैं, जिसके बाद आप 5 लाख रुपये तक का मुफ्त में इलाज करवा सकते हैं। ऐसे में अगर आप भी पात्र हैं, तो आप भी इस कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं ताकि आपको मुफ्त में स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके। वहीं, अगर आप कार्डधारक हैं, तो आपके लिए जरूरी है कि कुछ बातों का ध्यान रखें वरना आपके साथ धोखाधड़ी हो सकती है। तो चलिए आपको बताते हैं कि ठगी से बचने के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।     ये हैं वो

गलतियां:-

कार्ड देने से बचें
अगर आपका आयुष्मान कार्ड बन चुका है, तो आपके लिए ये जरूरी हो जाता है कि किसी को भी अपना ये कार्ड न दें। अगर ये कार्ड गलत हाथों में जाता है, तो वो इसका गलत इस्तेमाल कर सकता है।     जानकारी न दें
बतौर कार्डधारक आपको इस बात का ध्यान देना है कि अपने कार्ड की जानकारी को छुपाकर रखें। संबंधित अधिकारियों के अलावा किसी को भी अपना कार्ड न दें।  

   बैंकिंग जानकारी भूलकर भी न दें


आयुष्मान कार्ड के नाम पर अगर आपको कोई कॉल, मैसेज या ईमेल आता है, जिस पर आपकी बैंक की जानकारी मांगी जाती है। तो आपको ऐसी चीजों से सावधान रहना है। अपने एटीएम कार्ड का नंबर, पिन नंबर और पासवर्ड आदि किसी को शेयर न करें।     फर्जी केवाईसी से सावधान
आजकल जालसाज लोगों को फर्जी केवाईसी के नाम पर कॉल या मैसेज करते हैं। कॉल पर आपकी आम जानकारी के अलावा गोपनीय जानकारी भी जालसाज मांगते हैं, लेकिन आपको ये नहीं देनी है। अगर आप जानकारी शेयर करते हैं, तो आप दिक्कत में पड़ सकते हैं।