भू माफियाओं पर प्रशासन की कड़ी कार्यवाही 25 बीघे चारागाह की जमीन कराई मुक्त 

भू माफियाओं पर प्रशासन की कड़ी कार्यवाही 25 बीघे चारागाह की जमीन कराई मुक्त 

खाली कराई गई चारागाह की जमीन वन विभाग के किया हवाले

महराजगंज रायबरेली। बिकास क्षेत्र के राजस्व गांव सिरसा में ग्रामीणों की अंतरकलह के चलते लगभग 25 बीघे चारागाह की सुरक्षित भूमि पर अवैध कब्जा करके लगाई गई फसलों को राजस्व विभाग ने गत दिवस पैमाइश करके वन विभाग के सुपुर्द कर दिया ताकि वन विभाग के लोग इस भूमि का सदुपयोग वृक्षारोपण के लिए कर सकें। सरकारी चरागाह की भूमि को खाली कराने के राजस्व प्रशासन के इस फैसले को लेकर काफी खलबली मची हुई है। मौके पर राजस्व कर्मियों ने लट्ठा चलवा कर पूरी जमीन वन विभाग के हाथों सौप दी हैं। जानकारी अनुसार 
पहलवान सिंह मजरे सिरसा में ग्राम समाज की चरागाह भूखंड संख्या 205, 248, 301, 306, 325, 328, 285 307(क) 307(ख) के बारे में ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि, यह संपत्ति गांव के ही दबंगों ने कई वर्षों से कब्जा कर रखी है। इस पर उपजिलाधिकारी ने राजस्व टीम का गठन करके पैमाइश कराई तो पता चला कि, यह सभी भूखंड चरागाह के रूप में दर्ज हैं, और इन पर अवैध रूप से कब्जा करके खेती की जा रही है। उस समय राजस्व कर्मियों ने अवैध कब्जे दारों को इससे कब्जा छोड़ने की बात कही थी, लेकिन दबंग नहीं माने, और उन्होंने इस पर गेहूं की फसल बो दी। जिस पर उप जिलाधिकारी धीरज श्रीवास्तव और तहसीलदार अनिल कुमार पाठक ने वन विभाग के फॉरेस्टर संजय यादव से वार्ता की तथा उपजिलाधिकारी और तहसीलदार ने पूरे 25 बीघे जमीन वन विभाग को देते हुए वृक्षारोपण कराने का निर्देश दिया। रविवार को क्रिसमस का अवकाश होने के बावजूद राजस्व विभाग की ओर से हल्का कानूनगो व क्षेत्रीय लेखपाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर पूरी भूमि की निशानदेही कराकर मौके पर मौजूद फॉरेस्टर संजय यादव और श्याम बाबू वर्मा के सुपुर्द कर दिया। इससे ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है।
    उधर फॉरेस्टर संजय यादव ने अवैध कब्जे तारों को चेतावनी दी है कि, अतिशीघ्र वह अपने-अपने अतिक्रमण हटा ले, ताकि वन विभाग इस चरागाह की भूमि पर वृक्षारोपण का कार्य कर सकें, अन्यथा अवैध कब्जेदारों के विरुद्ध नियमानुसार दण्डनात्मक कठोर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।