छप्पर में लगी आग, लाखों रुपए का सामान जलकर हुआ खाक , अब पेट की आग बुझाने की दरकार!
संवाददाता मो जावेद
छपरौली |लूम्ब गांव में बिशन कश्यप के घर पर बंधे छप्पर में लगी आग से जहां घरेलू सामान सहित रोजमर्रा के खानपान के काम आने वाले आटा चावल दाल व गेहूं भी आग की भेंट चढ गये | देर रात लगी छप्पर की आग को बुझाने के लिए गांव वाले जब तक पहुंचे तब तक सब कुछ स्वाहा हो चुका था, फिर भी लोगों ने आग इधर उधर के मकानों को अपनी चपेट में न ले सके, इसलिए लौगों ने सहायता कर आग को आगे बढने से रोक दिया | वहीं समाजसेवी मनीष चौहान का कहना है कि, सब कुछ स्वाहा होने के बाद छप्पर की आग तो बुझ गयी और मदद के लिए आए लोग भी चले गए, लेकिन पेट की आग अब कैसे बुझेगी, यह पूछने कोई नहींं रुका अथवा इतना जानने की फुर्सत कहाँ?
बताया गया है कि, छप्पर में पशु बंधे थे तथा घर का सामान अनाज, चावल गुड ,उपले ,भूसा आदि रखा हुआ था, जिसमें रात करीब 1 बजे आग लग गई ,जिससे कि लाखों रुपए का सामान जलकर खाक हो गया । परिवार का रो- रो कर बुरा हाल है, क्योंकि अब परिवार के पास खाने के लिए अनाज भी नहीं बचा। छप्पर की आग बुझने के बाद पेट की आग बुझाने के लिए समाजसेवा आगे आए और आर्थिक मदद के लिए मनीष चौहान के नेतृत्व में एसडीम के पास पहुंचे । वहीं एसडीएम ने जांच कर मुआवजा दिलाने की बात कही ।इस मौके पर मनीष चौहान मोनू कश्यप ,बिशन सिंह गुड्डी; सविता ,बिट्टू आदि मौजूद रहे।