तहसील दिवस पर शिक्षक ने की शिकायत, सेवानिवृत्ति के 6 माह बाद भी नहीं हुआ जीपीएफ का भुगतान
संवाददाता आशीष चंद्रमौलि
बडौत। सेवा निवृत्ति के छ :माह बीत जाने के बाद भी शिक्षक को जीपीएफ का भुगतान नहींं। फंड के भुगतान के अभाव में बीमारी से निजात पाने को आपरेशन से लेकर कई जरूरी काम रुके। तहसील दिवस पर शिक्षक ने जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में बयां किया अपना दर्द।
इस वर्ष 31 मार्च को दो वर्ष पहले ही रिटायरमेंट लेने की मजबूरी बीमारी के कारण आई, जिससे जितेंद्र तोमर ने स्वयं को बच्चों के लिए न्याय न कर पाने की स्थिति में मानते हुए सेवानिवृत्ति ली। लेकिन अब यह मजबूरी उनके सामने आ रही है कि, बार बार दफ्तरों व अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद भी भुगतान नहीं हो पा रहा है।
बताया कि, करीब साढ़े ग्यारह लाख रुपये जीपीएफ के भुगतान हेतु उनके द्वारा उप शिक्षा निदेशक से 28 मार्च में हुए आदेश जिविनि बागपत के कार्यालय में 8 अप्रैल को जमा करा दी गई थी। इसके तीन माह बाद 12 जून को पुनः जिविनि को उक्त भुगतान हेतु पत्र लिखा, किंतु आज तक शिक्षक को फंड का भुगतान नही हो सका है।
अब देखना है कि, तहसील दिवस के माध्यम से लगाई गई गुहार पर जिला विद्यालय निरीक्षक कब तक सकारात्मक रुख अपनाते हुए भुगतान कराते हैं अथवा शिक्षक जितेंद्र तोमर 10 सितम्बर तक भुगतान न हो पाने की स्थिति में 11 सितम्बर से जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन को मजबूर होंगे।