मुकारी के खेतों मे फिर घुसा हिंडन का पानी, सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न, बालैनी में श्मशान घाट में भी नदी की धार
संवाददाता संजीव शर्मा
बालैनी।हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के मुकारी गांव में किसानों द्वारा बोई गई फसलों में नदी का पानी भरने से किसानो की सैकड़ों बीघा फसल खराब होने के कगार पर है। किसानो ने प्रसाशन से पानी का जलस्तर कम करने और उचित मुआवजा देने की मांग की है। इससे पहले गत महीने में भी हिंडन नदी के पानी ने किसानो की फसलें खराब कर दी थी।
पिछले एक सप्ताह से हिंडन नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के मुकारी गांव मे नदी का पानी किसानों द्वारा बोई गई सैकड़ों बीघा फसलो में घुस गया है, जिसके चलते किसानो की फसले खराब हो रही हैं , अगर नदी का जलस्तर कम नही हुआ तो किसानो की फसलें पूरी तरह बर्बाद होने का खतरा है। किसान रवि, शशी, अनूप, गुलशन, अतर सिंह, जयप्रकाश, निरंजन, सोराज आदि का कहना है कि ,हर वर्ष हिंडन नदी के बढ़े जलस्तर से उनकी फसलें खराब हो जाती हैं और अधिकारी फसलो का सर्वे करते है, लेकिन कोई मुआवजा नही मिलता। किसानो ने प्रशासन से मांग की है कि ,बढ़े हुए जलस्तर की रोकथाम करे और फसलो का सर्वे कर उन्हे उचित मुआवजा दिया जाए।
बालैनी पुल के पास शमशान घाट भी डूबा
हिंडन नदी के बढ़े जलस्तर से बालैनी में हिंडन नदी पुल के पास बना श्मशान घाट आधे से ज्यादा डूब गया है। इस श्मशान घाट पर आधा दर्जन गांवो के लोग मृतकों का अंतिम संस्कार करने आते हैं। ऐसे में अंतिम संस्कार करने के लिये भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।