गढ़ गंगा कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले मेले में पशु बाजार /पशु प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता पर लगाया गया है प्रतिबंध

गढ़ गंगा कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले मेले में पशु बाजार /पशु प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता पर लगाया गया है प्रतिबंध

लंपी स्किन डिजीज बीमारी से ग्रस्त हैं गोवंश

हापुड़

जिलाधिकारी मेधा रूपम के नेतृत्व में कार्य करते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने अवगत कराया कि प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की पूर्णिमा पर गढ़मुक्तेश्वर जनपद हापुड़ में अस्थाई तिगरी घाट पर आयोजित किये जाने वाले गंगा स्नान मेले में अश्व प्रजाति के पशुओं की प्रदर्शनी व विपणन का कार्य स्थानीय एवं दूर-दराज से मेले में आने वाले अश्व व्यापारियों द्वारा किया जाता रहा है। प्रदेश में वर्तमान में गोवंशीय पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज (एल०एस०डी०) के प्रसार को नियन्त्रित करने के उद्देश्य से शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में पशु बाजार व पशु प्रदर्शनी के आयोजनों को अस्थायी तौर पर स्थिगित किया गया है। मा० मुख्यमंत्री जी. अपर मुख्य सचिव, पशुधन एवं अन्य विभागीय उच्चाधिकारियों द्वारा उक्त रोग प्रकोप की नियमित समीक्षा की जा रही है। वर्तमान में अभी रोग का प्रसार जारी है। उक्त कारणों से प्रदेश में किसी भी प्रकार के पशु - बाजार / पशु प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता तथा किसी भी अन्य कारण से एक स्थान पर पशुओं को एकत्र किये जाने पर प्रतिबन्ध लगाया गया है। उक्त के दृष्टिगत इस वर्ष कार्तिक मास की पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित होने वाले गढ़मुक्तेश्वर राजकीय मेले में अश्व प्रदर्शनी /विपणन मेला लगाये जाने पर अन्तिम रूप से रोक लगा दी गयी है। उक्त के क्रम में उक्त मेलें में किसी भी प्रकार की पशु प्रदर्शनी / प्रतियोगिता तथा अश्व विपणन हेतु नहीं लाये जा सकेंगे तथा भैंसा / बैलगाडी तथा घोडा-तांगा आदि के साथ भी मेला स्थल पर जाना प्रतिबन्धित रहेगा।