ग्रामीण महिलाओं ने लिया पेयजल संरक्षण का संकल्प।
चित्रकूट ब्यूरो: जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल के महत्व और संरक्षण को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से गुरुवार को रामनगर और मानिकपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत नांदिन कुर्मियान और हनुवा सरहत में गोष्ठी का आयोजन किया गया।
जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में आशा, आंगनबाड़ी और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। गोष्ठी में ग्रामीणों को जल जीवन मिशन के उद्देश्यों, जल के शुद्धिकरण, संचालन और रखरखाव की विधियों पर जानकारी दी गई। साथ ही दूषित जल के खतरों, जलजनित बीमारियों से बचाव, और घर के आसपास स्वच्छता बनाए रखने के उपाय भी समझाए गए।
महिलाओं को बताया गया कि जल संरक्षण सिर्फ वर्तमान के लिए नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी जरूरी है। उन्होंने जल संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग और पेयजल संरक्षण के महत्व को समझते हुए अपने परिवारों और समुदाय को जागरूक करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों ने जल संरक्षण के लिए सक्रिय भागीदारी निभाने और गांवों में स्वच्छता को बढ़ावा देने का आह्वान किया। ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे विकास का महत्वपूर्ण कदम बताया।
“पानी का सही उपयोग और संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है। यह पहल ग्रामीण जीवन में बदलाव लाने का माध्यम बनेगी।” – एक सहभागी महिला।