योग एवं चरित्र निर्माण शिविर, बेटियों ने सीखे आत्मरक्षा और उत्तम स्वास्थ्य के गुर

योग एवं चरित्र निर्माण शिविर, बेटियों ने सीखे आत्मरक्षा और उत्तम स्वास्थ्य के गुर

अनुशासन में रहना हमेशा सुखदायक : रवि शास्त्री

संवाददाता आशीष चंद्रमौलि

बडौत।जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वाधान में चल रहे योग एवं चरित्र निर्माण के आवासीय शिविर में बेटियों को स्वास्थ्य और आत्मरक्षा के टिप्स के साथ ही लाठी चालन भी सिखाया तथा अनुशासन को सुखद जीवन के लिए महती जरूरत बताया। 

नगर के चौ केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल में आर्य वीरांगना योग एवं चरित्र निर्माण आवासीय शिविर के तीसरे दिन शिक्षिका सुमेधा आर्या ने बेटियों को पीटी, सूर्य नमस्कार ,भूमि नमस्कार के साथ लाठी का अभ्यास कराया।साथ ही आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए। वहीं बेटियों ने भी  जूडो कराटे का अभ्यास करते हुए बलिष्ठ बनने का संकल्प लिया।

इस दौरान चरित्र निर्माण पाठशाला के सत्र में जिला मंत्री रवि शास्त्री ने कहा कि, अनुशासन में रहना, बंधन नहीं कहलाता, क्योंकि अनुशासन हमेशा सुखदायक है, जबकि बंधन बहुत बार दुखदायी भी होता है। दोनों में यह बड़ा अंतर है। विद्यार्थी अपने जीवन में अनुशासन को आत्मसात् करते हुए अच्छे लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निरंतर मेहनत करे। जीवन में कठोर परिश्रम वाले ही सफलता पाते हैं।इस अवसर पर प्रधानाचार्य रामपाल तोमर, आर्य विद्वान धर्मपाल त्यागी, कपिल आर्य, सुरेश आर्य , मीनाक्षी सिसोदिया, सविता आर्या भजनोपदेशक, स्वाति आर्या, परम वेद आदि उपस्थित रहे।