रामलीला मैदान पर जबरन जनसेवा केन्द्र बनाने के प्रयास का आरोप

दबंगों पर कार्रवाई न हुई तो गांव में छिड सकती है भारी हिंसा
झाडखेडी के ग्रामीणों ने डीएम से की समस्या के समाधान की मांग
जानकारी के अनुसार मंगलवार को कैराना क्षेत्र के गांव झाडखेडी के दर्जनों ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि 10 अप्रैल 1983 में ग्राम प्रधान इकबाल, सदस्य व गांव के मौजिज लोगों द्वारा एक प्रस्ताव पास कर रामलीला मैदान व देवी मंदिर के लिए जगह आवंटित की थी। तभी से यानी करीब 40 सालों से उक्त मैदान में श्रीरामलीला का आयोजन किया जाता है, रामलीला प्रांगण में ही देवी मंदिर भी स्थित है जो ग्रामीण महिलाएं व पुरुष पूजा अर्चना करने के लिए जाते हैं। रामलीला के दौरान दूर दूर से लोग रामलीला का मंचन देखने भी आते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के ही कुछ दबंग रामलीला मैदान में जबरन जनसेवा केन्द्र का निर्माण कराना चाहते हैं जिसका ग्रामीण कडा विरोध कर रहे हैं जिसके चलते दो बार में लाठी डंडों से मारपीट भी हो चुकी है लेकिन उक्त दबंग अपने समर्थकों के साथ मिलकर रामलीला मैदान पर कब्जा कर वहां जनसेवा केन्द्र बनाने का प्रयास कर रहे हैं जिससे किसी भी दिन गांव का माहौल खराब हो सकता है। ग्रामीणों ने जनसेवा केन्द्र को गांव समाज की खाली पडी भूमि पर बनवाए जाने की मांग की, साथ ही आशंका जतायी गयी कि यदि दबंगों द्वारा रामलीला मैदान पर कोई भी निर्माण कराया गया तो इससे गांव में भारी हिंसा होने की भी संभावना है। ग्रामीणों ने डीएम से मामले में कार्रवाई की मांग की है। इस मौके पर मा. राजेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह, प्रदीप कुमार, मनोज कुमार, सोनू, मा. चरणसिंह, सरोज देवी, रीनू कुमार, रुढा, काला, सुमन, पिंकी, मछला, राकेश, शिमला, किल्लोे, ममता सैनी, सुषमा, अनिता सैनी, कृष्णा, कौशल आदि भी मौजूद रहे।