अल्पसंख्यक छात्रों को प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति फिर से शुरू करने की मांग

अल्पसंख्यक छात्रों को प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति फिर से शुरू करने की मांग

मौलाना आजाद फैलोशिप पर प्रतिबंध लगाने से कांग्रेसियों में आक्रोश
राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा, समाधान करने की मांग

शामली। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के कार्यकर्ताओं ने अल्पसंख्यक छात्रों के लिए प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति व पांच वर्षीय मौलाना आजाद फैलोशिप प्रतिबंधित करने के विरोध में राष्ट्रपति से छात्रवृत्ति व फैलोशिप को पुनः संचालित करने की मांग की है। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के आहवान पर मंगलवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष दीपक सैनी व कांग्रेस अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष निन्ना अंसारी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अल्पसंख्यक छात्रों के लिए प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति व पांच वर्षीय मौलाना आजाद फैलोशिप को प्रतिबंधित करने पर आक्रोश जताया। इस अवसर पर राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा गया। जिलाध्यक्ष दीपक सैनी ने कहा कि कक्षा 1 से 10 तक मिलने वाली अल्पसंख्यक छात्रों के लिए प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति को प्रतिबंधित करने के बाद इसे बंद कर दिया गया है, जो अल्पसंख्यक गरीब छात्रों के खिलाफ एक साजिश है तथा अल्पसंख्यक समुदाय के गरीब बच्चों को शिक्षा से दूर करने का एक नया तरीका है, कांग्रेस शासन ने जून 2006 में अल्पसंख्यक कल्याण के विकास के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय में शिक्षा का स्तर ऊंचा करने के लिए प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति की शुरूआत की थी, इसको बंद करने के केन्द्र सरकार के कदम से लाखों अल्पसंख्यक छात्रों को भविष्य अधर में लटक जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने मौलाना आजाद फैलोशिप को बंद करने के फैसले को वापस नहीं लिया तो देश में अल्पसंख्यक समुदाय के हजारों शोध उम्मीदवार एमफिल एवं पीएचडी करने जैसी शिक्षा से वंचित रह जाएंगे। उन्होंने राष्ट्रपति से अल्पसंख्यक छात्रों के लिए प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति व मौलाना आजाद फैलोशिप को पुनः संचालित किए जाने की मांग की। इस अवसर पर प्रवीण तरार, अश्वनी शर्मा, शेखरपाल, लोकेश कटारिया, नासिर चौधरी, रिजवान, राजेन्द्र गोल्डी, खुर्शीद चौधरी, महाबीर सैनी, संदीप राणा, अरविन्द झंझोट आदि भी मौजूद रहे।