देवबंद उपकारागार में मोबाइल चलाते मिले बाबा गैंग के सदस्य, चार पर मुकदमा दर्ज

जेलर ने तलाशी दौरान बरामद किया मोबाइल

देवबंद उपकारागार में मोबाइल चलाते मिले बाबा गैंग के सदस्य, चार पर मुकदमा दर्ज

ब्यूरो रिपोर्ट 

देवबंद , उत्तर प्रदेश में माफिया और अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के लिए जय सुरक्षित ठिकाना बन गई है। देवबंद उप कारागार में तलाशी के दौरान दो बाबा गैंग के दो अपराधियों से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ हैं। जेलर की तहरीर पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। 

हत्या के प्रयास के मामले में बंद बाबा गैंग के सदस्य जेल के भीतर मोबाइल चलाते मिले। जेलर ने तलाशी के दौरान इनके पास से मोबाइल बरामद किया है। तहरीर के आधार पर चार बंदियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है। मंगलवार को जेल में तलाशी के दौरान जेलर महेंद्र पाल ने बाबा गैंग के सदस्य शिवम, युवराज के पास से एक मोबाइल बरामद किया है। उनके साथ ही अजय और अनूप नामक बंदी भी मोबाइल का प्रयोग कर रहे थे। सीओ अशोक सिसोदिया ने बताया कि मंगलवार की सुबह जेलर ने जेल में बंदियों की तलाशी ली। इस दौरान शिवम, युवराज, अनूप और अजय के पास से मोबाइल (कीपेड वाला) बरामद हुआ है। जेलर ने चोरों के विरुद्ध कोतवाली में तहरीर दी, जिसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसमें दो बंदी शिवम और युवराज हत्या के प्रयास में जेल में बंद है। 18 दिसंबर 2023 को पुलिस ने मुठभेड के बाद दोनों को गिरफ्तार किया था। इससे पूर्व भी कई बार जेल में तलाशी के दौरान मोबाइल पकड़े जा चुके हैं।

 *आखिर कड़ी सुरक्षा के बीच जेल के भीतर कैसे पहुंचा मोबाइल?* 

जेल में तलाशी के दौरान बाबा गैंग के सदस्यों से मोबाइल बरामद होना कई सवाल खड़े करता है। जेल में मोबाइल किस तरह पहुंचा। क्या जेल की ऊंची दीवार के दूसरी तरफ मोबाइल को बाहर से फेंका गया है या फिर मिलीभगत से मोबाइल भीतर तक पहुंचा। जेल के अंदर मोबाइल मंगाकर किन लोगों से बात की गई और इसके पीछे क्या मसकद है। कडी सुरक्षा होने के बावजूद मोबाइल बंदियों तक पहुंचना बड़ी चूक है। मोबाइल में मौजूद सिम किसकी आईडी पर लिया गया था। यह सब जांच का विषय है।