प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापिका ने खण्ड शिक्षा अधिकारी और एआरपी पर दस हजार रुपए घूस मांगने का लगाया आरोप

प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापिका ने खण्ड शिक्षा अधिकारी और एआरपी पर दस हजार रुपए घूस मांगने का लगाया आरोप

मुरसान के नगला पदू के प्राथमिक विद्यालय में पांच दिन से बच्चों नहीं मिल रहा खाना

मंडल ब्यूरो अनिल चौधरी

हाथरस । मुरसान विकासखंड मुरसान के प्राथमिक विद्यालय नगला पदू में तैनात प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापिका ने खंड शिक्षा अधिकारी एवं एआरपी को घूस न देने की एवज में वेतन रोकने का आरोप लगाया है। प्रधानाध्यापक हार्ट पेशेंट है। इस मामले का खामियाजा स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों को झेलना पड़ रहा है। वेतन ना आने के कारण बच्चों को खाना देना बंद हो गया है। स्कूल में मौजूद बच्चों ने बताया कि हमें 30 जनवरी से खाना देना बंद कर दिया है। हालांकि इस मामले की शिकायत प्रधानाध्यापक ने लिखित प्रार्थना पत्र के आधार पर जिलाधिकारी को दे दी है। प्रधानाध्यापक संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि वह हार्ट के पेशेंट हैं। पूरा परिवार इन पर आश्रित है। वेतन न मिलने के कारण परिवार की भरण पोषण में संबंधी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि हमारा वेतन के अलावा और कोई जरिया नहीं है। ऐसी ही स्थिति सहायक अध्यापिका पूनम सिंह के परिवार की है। परिवारिक आर्थिक एवं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को लेकर दिसंबर माह 2022 का दोनों का वृद्ध वेतन बहाल करने की बात कही है। 

यह है पूरा मामला :

25 नवंबर 2022 को खंड शिक्षा अधिकारी ने मुरसान ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पदू का करीब 9 बजे निरीक्षण किया था। इस समय के दौरान प्रधानाध्यापक राजीव कुमार शर्मा स्कूल के बच्चों के मध्यान्ह भोजन बनवाने हेतु मसाला आदि सामान नजदीकी कोटा सी लेने के लिए गई थे। वह 9:20 पर विद्यालय में उपस्थित हुए। वहीं सहायक अध्यापिका पूनम सिंह विभागीय शेष छात्र छात्राओं की पुस्तक संकुल केंद्र कोटा से लेकर प्रातः समय 9:15 उपस्थित हुई।

खंड शिक्षा अधिकारी ने मांगा था 2 दिन में स्पष्टीकरण : 

खंड शिक्षा अधिकारी ने 3 दिसंबर को दो दिवस के अंदर स्पष्टीकरण मांगा था। प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापिका 8 दिसंबर 2022 को बीआरसी हतीसा पर हसायन के एआरपी चंद्र मोहन राना से मिले जो खंड शिक्षा अधिकारी मुरसान के सभी कार्यों को देखते हैं। प्रधानाध्यापक ने आरोप लगाया है कि एआरपी चंद्र मोहन ने इस एवज में 10 हजार रुपये मांगे है।