प्रतिबंधित समय में धड़ल्ले से हो रहे मछली के आखेट पर पुलिस प्रशासन ने मारा छापा
पुलिस की भनक लगते ही शिकारी मछली छोड़कर भागे, पुलिस ने मछली कब्जे में ली
उरई। प्रतिबन्धित समय में धड़ल्ले से हो रहे मछली के आखेट पर मत्स्य विभाग ने पुलिस के साथ यमुना में मछली पकड़ रहे शिकारियों को दबोचने का प्रयास किया पर घाट तक पहुंचने से पहले शिकारियों को पुलिस आने की भनक लग गई और पकड़ी हुई मछलियों को वहीं छोड़कर शिकारी भागने में सफल रहे।वही मत्स्य अधिकारी की मौजूदगी में पकडी गयी मछली की नीलामी कराई गई तथा मत्स्य अधिकारियों के प्रार्थना पत्र पर कालपी कोतवाली पुलिस अभियोग पंजीकृत करने की भी कार्रवाई करने में जुटी है।
मालूम हो कि सावन माह में मछली का प्रजनन का समय रहता है जिसके चलते उक्त समय पर मछली के शिकार पर सरकार द्वारा पूरी तरह रोक रहती है और उक्त समय पर मछली का शिकार करते या परिवहन करते पकड़े जाने पर दंड और जुर्माने का प्रावधान है।इसके बाद भी चोरी छिपे यमुना में मछली पकड़ी जा रही है जिसकी जिला प्रशासन को लगी तथा जिला अधिकारी जालौन चांदनी सिंह ने मत्स्य विभाग को कार्यवाही करने के निर्देश दिये तथा विभागीय अधिकारी सक्रिय हुए और रविवार को मस्त अधिकारी मनोज कुमार गुप्ता ने कालपी कोतवाली के उपनिरीक्षक राजेश कुमार समेत पुलिस बल के साथ कालपी तहसील के ग्राम शेखपुर गुढा़ में छापा मारा जब तक पुलिस वहां पहुंची तब तक शिकारी मौके से भाग चुके थे छापे में यमुना तट पर पांच बोरा मछली जब्त कर कोतवाली कालपी लाई गई जहां आखेट की गई मछली का वजन डेढ़ कुंटल आका गया। सार्वजनिक नीलामी कराई गई तीन चरणों में बोली लगी 2500 रूपये से शुरु हुई बोली 6200 में समाप्त हुई क्राइम इस्पेक्टर मोहम्मद अशरफ की मौजूदगी में पूरी कानूनी कार्रवाई की गई इस दौरान मत्स्य विभाग के अधिकारी मनोज गुप्ता द्वारा मछली आखेट को लेकर के कालपी कोतवाली पुलिस को एक शिकायती पत्र देकर के इस कार्य में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की बात कही है कोतवाली पुलिस संबंधित मामले को लेकर के अभियोग पंजीकृत करने में जुटी है।