आजादी के बाद भी राष्ट्रीय रोजगार नीति लागू नहीं
देश आजादी का अमृत महोत्सव बना रहा है आजादी के इन 75 सालों में आखिर इतनी बेरोजगारी क्यों बढी ? यह गंभीर विषय हो चला है इसी वेरोजगारी मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति की सदस्य डॉ श्रद्धा चौरसिया जी ने पत्रकारों से प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि देश की ताकत उसकी अर्थव्यवस्था होती है लेकिन यहां तो बेरोजगारी है। उन्होंने कहा कि यहां जितनी भी सरकारें केंद्र में आई उन सरकारों ने रोजगार नीति को लागू क्यों नहीं किया ?
इसी क्रम में संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति के बैनर तले भ्रष्टाचार शिकायत अभियान भारत के समर्थन से देशभर में बेरोजगार युवाओं छात्रों मजदूर किसान महिलाएं सभी के लिए देश में बेरोजगारी दूर करने के लिए 26 नवंबर 2022 को प्रातः 10 बजे गांधी चबूतरा कोतवाली उरई के सामने अपनी बात रखने के लिए एक दिवसीय सामूहिक अनशन का आयोजन किया जा रहा है।
इस आंदोलन के अंतर्गत देश भर में 60 लाख सरकारी पदों को तुरंत भर्ती करने एवं राष्ट्रीय रोजगार नीति कानून को पास कराने की मांग रखी जाएगी।
इसी क्रम में उन्होंने बताया कि यह भारत आंदोलन पूरे भारतवर्ष में 500 स्थानों पर रोजगार आंदोलन का आयोजन हो रहा है।
इस आंदोलन में स्थानीय संगठनों विश्वविद्यालय महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को वेरोजगार युवाओं को आमंत्रित किया है।
इसके बाद उन्होंने अपनी बात रखते हुए पत्रकार बंधुओं से अपील की है देश भर में बेरोजगारी की समस्या का हल एवं आर्थिक स्थिति में सुधार एवं आगे आने वाली पीढ़ियों में सुधार इस महाअभियान में हमारा साथ देने की कृपा करें।
संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति सदस्य जालौन कमेटी भी उपस्थिति रहें ।
कुमार गौरव कुशवाहा
गौरव चौधरी
प्रखर बाजपेई
महेंद्र प्रजापति