कूड़ा प्रबंधन नहीं किए जाने से शासन की मंशा और लोगों की उम्मीदों को लग रहा गहरा झटका 

कूड़ा प्रबंधन नहीं किए जाने से शासन की मंशा और लोगों की उम्मीदों को लग रहा गहरा झटका 

शासन की मंशा है कि नगर निकायों में डोर टू डोर कूड़े का उठान हो, ताकि नगर स्वच्छ हो और लोगों को कूड़ा व दुर्गंध से मुक्ति मिले, लेकिन नगर पंचायत द्वारा कूड़ा प्रबंधन नहीं किए जाने से शासन की मंशा और लोगों की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है। नगर से निकले कूड़े को शहर के बाहरी छोर पर फेंक दिया जा रहा है। अधिक मात्रा में कूड़ा फेंके जाने से उस जगह से उठने वाली दुर्गंध आस-पास के लोगों को परेशान कर रही है। नगरवासियों का कहना है कि कूड़ा फेंकने का यही सिलसिला जारी रहा तो बरसात में स्थिति नारकीय हो जाएगी। लोगों को इसके गंभीर दुष्परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं। कई जगह तो सफाई कर्मियों द्वारा कूड़े में आग लगा दी गई है। कूड़े से उठते धुएं से राहगीरों का राह चलना मुश्किल हो गया है।