चित्रकूट-ग्रामोदय में जैविक खेती के लिए उपयोगी वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने की बताई प्रभावी विधि।
चित्रकूट: महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में चल रहे जैविक खेती तथा प्राकृतिक खेती के मासिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत जैविक खेती के लिए उपयोगी वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने की प्रभावी विधि बताई गई।
राष्ट्रीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती केन्द्र गाजियाबाद के सहायक निदेशक डॉ एके शुक्ला ने एफसीओ विशिष्टता जैव उर्वरक और जैविक उर्वरकों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। राष्ट्रीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती केन्द्र गाजियाबाद की वैज्ञानिक डॉ रश्मि सिंह ने पीजीएस इंडिया प्रमाणीकरण से सम्बन्धित जानकारी वर्चुअल माध्यम से शेयर किया। कृषि संकाय के अधिष्ठाता प्रो डी पी राय ने प्राकृतिक खेती और सतत् कृषि को रेखांकित किया। कृषि वैज्ञानिक डॉ पावन सिरोठिया ने मृदा संरक्षण में जैविक खाद की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। मृदा विज्ञान विषय के शोधार्थी विवेक कुमार सिंह ने राइजोबियम कल्चर का प्रेजेंटेशन किया। प्रशिक्षण के दौरान वर्मी कंम्पोस्ट बनाने के व्यवहारिक आयामों के माध्यम से कृषि फार्म में बर्मी कम्पोस्ट तैयार करने की एक अतिरिक्त यूनिट निर्मित की गई।