इंटर बोर्ड परीक्षा: प्रयोगात्मक परीक्षाएं शुरू, पारदर्शिता के लिए नए नियम लागू।

चित्रकूट। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) की इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के तहत जनपद के विभिन्न विद्यालयों में प्रथम चरण समाप्त होने के बाद द्वितीय चरण की प्रयोगात्मक परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। ये परीक्षाएं 16 फरवरी तक चलेंगी। इस वर्ष बोर्ड ने परीक्षा की पारदर्शिता और सख्ती बढ़ाने के लिए कई नए नियम लागू किए हैं, जिससे नकल और गड़बड़ी की संभावनाओं को पूरी तरह रोका जा सके।
जिलाभर के स्कूलों में परीक्षाएं जारी
सोमवार को चित्रकूट इंटर कॉलेज कर्वी, कल्याण भारती इंटर कॉलेज कर्वी, सेठ राधाकृष्ण पोद्दार इंटर कॉलेज चित्रकूटधाम, श्री गंगाप्रसाद जन सेवा इंटर कॉलेज कर्वी, जीजीआईसी, ज्ञान भारती इंटर कॉलेज बैजनाथ, भारद्वाज सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, राजकीय इंटर कॉलेज बरगढ़, आदर्श इंटर कॉलेज मानिकपुर, कृषक इंटर कॉलेज भंवरी, पंडित पुरुषोत्तम द्विवेदी इंटर कॉलेज मऊ, त्यागी इंटर कॉलेज ऐंचवारा, पालेश्वर नाथ इंटर कॉलेज पहाड़ी, श्री तुलसी इंटर कॉलेज राजापुर, महर्षि वाल्मीकि इंटर कॉलेज खंडेहा सहित अन्य कई विद्यालयों में प्रयोगात्मक परीक्षाएं आयोजित की गईं।
चित्रकूट इंटर कॉलेज कर्वी में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान की प्रयोगात्मक परीक्षाएं सुचारू रूप से संचालित की जा रही हैं। परीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे पूरी जिम्मेदारी के साथ मूल्यांकन करें और बोर्ड द्वारा निर्धारित नए नियमों का पालन करें।
पारदर्शिता के लिए सख्त नियम लागू
इस वर्ष बोर्ड ने प्रयोगात्मक परीक्षाओं में गड़बड़ी रोकने और प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए मोबाइल ऐप आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया है।
1. परीक्षक को केंद्र पर पहुंचते ही मोबाइल ऐप पर प्रधानाचार्य के साथ फोटो अपलोड करनी होगी। इसके बिना परिषद की वेबसाइट एक्सेस नहीं होगी।
2. मूल्यांकन भी उसी दिन करना अनिवार्य होगा। परीक्षकों को प्रयोगात्मक परीक्षा पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के बाद परिषद की वेबसाइट पर अंक अपलोड करने होंगे, तभी वे परीक्षा केंद्र छोड़ सकेंगे।
इस नए सिस्टम से परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित होगी और गड़बड़ी की संभावनाएं समाप्त हो जाएंगी।
53 विषयों में हो रही प्रयोगात्मक परीक्षाएं
इस वर्ष इंटरमीडिएट में कुल 53 विषयों की प्रयोगात्मक परीक्षाएं कराई जा रही हैं। इनमें प्रमुख रूप से रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान, भूगोल, संगीत, कंप्यूटर, गृह विज्ञान, कृषि विज्ञान और व्यावसायिक शिक्षा के 34 ट्रेड शामिल हैं।
विद्यालयों को निर्देश, हर छात्र को परीक्षा में कराएं शामिल
जिला विद्यालय निरीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया है कि हर छात्र-छात्रा को अनिवार्य रूप से प्रयोगात्मक परीक्षा में सम्मिलित कराया जाए। उन्होंने कहा कि छात्रों का भविष्य इस परीक्षा पर निर्भर करता है, ऐसे में किसी भी हाल में उन्हें परीक्षा से वंचित न किया जाए।
विद्यालय प्रशासन और शिक्षकों से भी अपील की गई है कि वे परीक्षाओं को सुचारू रूप से संपन्न कराने में सहयोग करें, ताकि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की समस्या न हो।
छात्रों और शिक्षकों की प्रतिक्रिया
बोर्ड के नए नियमों पर छात्रों और शिक्षकों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ शिक्षकों का कहना है कि नई प्रक्रिया से पारदर्शिता तो बढ़ेगी, लेकिन तकनीकी दिक्कतें आ सकती हैं। वहीं, छात्रों ने कहा कि इससे परीक्षा के अंक तुरंत अपलोड हो जाएंगे, जिससे परिणाम में देरी नहीं होगी।
संक्षेप में – बोर्ड परीक्षा का नया स्वरूप
✅ 16 फरवरी तक चलेंगी प्रयोगात्मक परीक्षाएं
✅ मोबाइल ऐप से होगी परीक्षकों की मॉनिटरिंग
✅ अंक अपलोड करने के बाद ही परीक्षा केंद्र छोड़ सकेंगे परीक्षक
✅ 53 विषयों में हो रही परीक्षाएं
✅ हर छात्र को परीक्षा
में शामिल करना अनिवार्य