जिलाधिकारी व विभागीय अधिकारियों द्वारा बलिदान दिवस पर अवकाश के आदेश के विपरीत जनपद में खुली अनेक शिक्षण संस्थाएं

जिलाधिकारी व विभागीय अधिकारियों द्वारा बलिदान दिवस पर अवकाश के आदेश के विपरीत जनपद में खुली अनेक शिक्षण संस्थाएं

संवाददाता आशीष चंद्रमौली

बड़ौत। अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खां तथा ठा रोशन सिंह के बलिदान दिवस पर सोमवार को डीएम के आदेश को धता बताते हुए न केवल स्कूलों में छुट्टी नहींं रखी बल्कि शहीदों के प्रति अपनी भावनाओं को नजरअंदाज कर श्रद्धांजलि सभा ही आयोजित की |


जिलाधिकारी राजकमल यादव तीनों शहीदों के बलिदान दिवस पर आज विशेष रूप से स्थानीय अवकाश घोषित किया था, लेकिन स्कूल संचालकों ने जिलाधिकारी व विभागीय अधिकारियों के आदेश को दरकिनार करते हुए धडल्ले से स्कूल खोले और शहीदों के बलिदान से संबंधित दो शब्द भी बच्चों को नहीं बताए, जिससे उनके भीतर राष्ट्र प्रेम की भावना बलवती हो सके |

सोमवार को नर्सरी से लेकर 12वीं तक के स्कूलों को बलिदान दिवस के मद्देनजर स्थानीय अवकाश के निर्देश दो दिन पहले ही डीएम ने दे दिए थे | बाद में जिला विद्यालय निरीक्षक व बीएसए द्वारा भी आदेश जारी किया गया था, लेकिन अधिकांश विद्यालय खुले रहे। नगर के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी विद्यालय संचालित हुए। ऐसे विद्यालयों के संचालकों का तर्क था कि ,उनके यहां परीक्षाएं चल रही हैं। दूसरी ओर कुछ विद्यालयों ने सुबह स्कूल बंद करने की घोषणा की। ऐसे में बड़ी संख्या में बच्चे परेशान होते हुए स्कूल गए और वहां पहुंचने पर पता चला कि ,छुट्टी हो गई है तो ,उन्हें वापस लौटना पड़ा।