आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को प्रशिक्षण, मोटे अनाजों में छिपा है पोषण का खजाना
संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा |कृषि वैज्ञानिकों ने मोटे अनाज को प्रकृति का उपहार बताते हुए आंगनबाडी कार्यकर्त्रियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया तथा कुपोषण को दूर करने के लिए मोटे अनाजों का महत्व बताया।
सोमवार को कृषि विज्ञान केन्द्र की गृह वैज्ञानिक डा सरिता जोशी ने आंगनबाडी कार्यकर्त्रियों को प्रशिक्षण में बताया कि ,आज मोटे अनाजों को सुपर फूड और पोषण अनाज के नाम से जाना जा रहा है। इनके अन्तर्गत ज्वार, बाजरा, रागी, कुटकी, कोदों, कंगनी, चीना, कुट्टू एवं चौलाई आते हैं। इनसे विभिन्न प्रकार के व्यंजन जैसे आटा, दलिया, डोसा, इडली, खिचड़ी, हलुआ, खीर, लड्डू, कटलेट, पुलाव, कढ़ी आदि पौष्टिक व्यंजन बना सकते हैं। कार्यक्रम में सीडीपीओ अलका देवी समेत दो दर्जन आंगनबाडी शामिल रही।
photo- कृषि विज्ञान केन्द्र बागपत में मोटे अनाज सम्बंधी प्रशिक्षण देती कृषि वैज्ञानिक डा. सरिता जोशी