दीये जलाकर लडियाँ लगाकर बाहर तो रोशनी कर दी पर, अंदर का अंधियारा बाकी : संत गुरमीत राम रहीम

दीये जलाकर लडियाँ लगाकर बाहर तो रोशनी कर दी पर, अंदर का अंधियारा बाकी : संत गुरमीत राम रहीम

गुरमीत राम रहीम ने किया भजन साडी नित दीवाली को लॉन्च

संवाददाता मनोज कलीना

बिनौली ।रोशनी के पर्व दीपावली पर संत डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां ने शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा से दीवाली विशेष सॉन्ग साड़ी नित दीवाली को लैपटाप पर लॉन्च किया। लॉन्चिंग के साथ ही सॉन्ग यूट्यूब व इंस्टाग्राम सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। 

ऑनलाइन गुरुकुल के माध्यम से देश-विदेश में बैठी साध-संगत ने राम रहीम के साथ दीवाली का पर्व मनाया। राम रहीम सिंह ने इस अवसर पर घी के दीये और फुलझड़ी जलाई। इसके पश्चात देश-विदेश की साध-संगत ने अपने-अपने घरों में घी व तेल के दीये जलाए। साड़ी नित दिवाली सॉन्ग लॉन्च होते ही यह हाथों हाथ सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और कुछ ही घंटों में सॉन्ग को लाखों लोग देख चुके हैं। साथ में हर किसी की जुबां पर साड़ी नित दीवाली सॉन्ग चढ़ा हुआ है। 

संत गुरमीत राम रहीम महाराज ने सॉन्ग के माध्यम से संदेश दिया कि, दीपावली के दिन लोग दीये जलाकर व लड़ियां लगाकर बाहर रोशनी करते हैं, लेकिन उनके अंदर अंधेरा छाया रहता है। अंदर-बाहर दोनों को चमकाने के लिए साईं जी ने प्रभु के नाम से जोड़ा है। इसके अलावा सॉन्ग में दीपावली पर बढ़ते नशे के प्रचलन पर कटाक्ष करते हुए बताया कि ,दीपावली  वाले दिन लोग जुआ खेलकर और शराब पीकर रावण बनते हैं, लेकिन जिनके लिए यह त्योहार मनाया जाता है यानी राम जी के पद चिन्हों पर कोई नहीं चलता ,जो कि दुखद है।