विद्युत समस्याओं को लेकर जिवाना उपकेंद्र पर धरना प्रदर्शन, ग्रामीण उपभोक्ताओं द्वारा हंगामा व नारेबाजी
संवाददाता मनोज कलीना
बिनौली। विद्युत समस्याओं को लेकर क्षेत्र के कई गांवों के उपभोक्ताओं ने मंगलवार को जिवाना उपकेंद्र पर जमकर हंगामा किया। इस दौरान ऊर्जा निगम के अधिकारियों से उपभोक्ताओं की तीखी झडप भी हुई, जिसपर मामला शांत करने के लिए मौजूद पुलिस बल को हस्तक्षेप करना पड़ा। पांच सूत्रीय मांगपत्र अधिकारियों को दिया गया तथा अधिकारियों के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ।
आंधी तूफान से जिवाना के जंगल में पांच खंबे चार दिन से टूटे होने से करीब 60 नलकूपों की आपूर्ति ठप्प होने से सिचाई कार्य प्रभावित है और पछेती गन्ने की बुआई व अगेती फसल की सिचाई प्रभावित है, जिसको लेकर जिवाना, मालमाजरा, सिरसली व रंछाड के उपभोक्ता एकत्र होकर जिवाना उपकेंद्र पर पहुंचे। वहां जोरदार नारेबाजी कर धरना देकर बैठ गए।
धरना स्थल पर विश्वपाल सोलंकी ने कहा कि ,ऊर्जा निगम के स्थानीय अधिकारी मनमानी करके घरेलू कनेक्शन पर भार बढ़ा रहे हैं, जिसका पता उपभोक्ता को बिल आने पर चलता है। ऊर्जा निगम की यह कार्रवाई बर्दाश्त नहींं की जाएगी। ग्राम प्रधान विपिन सोलंकी ने कहा, ऊर्जा निगम का कोई अधिकारी उपकेंद्र पर नही मिलता।
धरने के कई घंटे बाद एसडीओ अमित कुमार सैनी व जेई सुदेश कुमार वहां पहुंचे।इस दौरान आक्रोशित बिजली उपभोक्ताओं ने जोरदार नारेबाजी कर आधिकारियों का घेराव कर दिया तथा उपभोक्ताओं व अधिकारियों के बीच तमाम आरोप प्रत्यारोप के बीच तीखी झडप होती रही।
इस दौरान कई बार हालात बिगड़ने की नौबत आई ,तो मौजूद पुलिसबल को बीच बचाव करना पड़ा। इसके बाद जेई सुदेश कुमार को यहां से अविलंब हटाने, बढे लौड कम कराने, फाल्ट जल्द ठीक कराने, बिना ग्राम प्रधान को सूचना दिए चैकिंग नहींं कराने सहित पांच सूत्रीय मांग पत्र धरनास्थल पर एसडीओ को दिया। अधिकारियों के मांग पूरी करने के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ।
धरने में विजय कुमार, जनार्दन शर्मा, बाबूराम सोलंकी, हरेंद्र सोलंकी, सोहनपाल, सुरेंद्र, दीपक, नीरज सोलंकी,तेजबीर, प्रवीण, कविंद्र, ओमवीर, मोनू तोमर, देवेंद्र तोमर, आदित्य प्रधान, दिनेश सोलंकी, अरविंद, ब्रिजेश ठाकुर आदि मौजूद रहे।