ललितपुर से झांसी तक सनातन एकता यात्रा का शुभारंभ, समाज में एकता का संदेश
ललितपुर से ब्यूरो चीफ अरविंद संज्ञा
ललितपुर से झांसी तक सनातन एकता यात्रा का शुभारंभ, समाज में एकता का संदेश
ललितपुर, 29 नवंबर: राष्ट्रीय सनातन सांस्कृतिक संघ के बैनर तले आज ललितपुर में सनातन एकता यात्रा का भव्य शुभारंभ हुआ। इस यात्रा का उद्देश्य सनातन धर्म की चार प्रमुख परंपराओं—हिंदू, जैन, बौद्ध और सिख—को एक मंच पर लाना और समाज में भाईचारा, एकता और सौहार्द का संदेश देना है। यात्रा का समापन 2 दिसंबर को झांसी के मुक्ताकाशी मंच पर होगा।
यात्रा की शुरुआत ललितपुर के श्री तुवन मंदिर परिसर से हुई, जहां श्रद्धालुओं और आयोजकों ने मिलकर धार्मिक अनुष्ठान किए। इस दौरान भगवान हनुमान जी की 16 फीट ऊंची प्रतिमा की स्थापना की घोषणा की गई, जिसे सनातन धर्म का प्रतीक माना जा रहा है।
प्रेस वार्ता में दी गई जानकारी
इससे पहले ललितपुर के होटल आर्यन इन में आयोजित प्रेस वार्ता में संघ की राष्ट्रीय अध्यक्षा हरिप्रिया भार्गव, प्रसिद्ध अभिनेता मुकेश खन्ना, और विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय संगठन मंत्री राजेंद्र कुशवाहा ने पत्रकारों को संबोधित किया।
राष्ट्रीय अध्यक्षा ने कहा, "यह यात्रा राजनीति से परे है और इसका उद्देश्य सभी धर्मों की सांस्कृतिक और परंपराओं को एक साथ लाना है। हमारा लक्ष्य समाज में शांति, श्रद्धा, और शौर्य का प्रसार करना है।"
फिल्म अभिनेता मुकेश खन्ना ने कहा, "देश का हर नागरिक सनातन धर्म के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाए। यह यात्रा समाज को यह समझाने का प्रयास है कि सच्चा धर्म वही है, जो भेदभाव से परे हो।"
यात्रा का मार्ग
ललितपुर से शुरू होकर यह यात्रा बुंदेलखंड के टीकमगढ़, खरगापुर, छतरपुर, महोबा, कलपहाड़, हरपालपुर, मऊरानीपुर, गुरसराय, चिरगांव और बड़ागांव से होकर गुजरेगी और झांसी में समापन होगा।
यात्रा के प्रमुख आकर्षण
1. विभिन्न स्थानों पर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
2. युवाओं के लिए प्रेरणादायक कार्यशालाएं और संगोष्ठियां।
3. बुंदेलखंड की सांस्कृतिक धरोहर को नृत्य और नाटकों के माध्यम से प्रदर्शित करना।
4. सनातन धर्म की गौरवशाली परंपराओं पर विचार साझा करना।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़
आयोजकों के अनुसार, इस यात्रा में 50,000 से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल है और लोग बढ़-चढ़कर इस यात्रा का हिस्सा बन रहे हैं।
संघ ने समाज के सभी वर्गों से इस ऐतिहासिक यात्रा में शामिल होने का आह्वान किया है।