देश के वीर जवानों को सलाम: सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर चित्रकूट में गोष्ठी आयोजित।

देश के वीर जवानों को सलाम: सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर चित्रकूट में गोष्ठी आयोजित।

चित्रकूट।

सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में न्यायालय परिसर में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष और जनपद न्यायाधीश विकास कुमार प्रथम ने की। इस मौके पर सेना के वीर जवानों और उनके परिवारों के कल्याण में नागरिकों की भूमिका को रेखांकित किया गया।

जनपद न्यायाधीश ने बताया कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस 1949 से हर साल 7 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिवस देश के उन सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना देश की सुरक्षा में योगदान दिया। इस दिन प्रतीकात्मक झंडे जारी कर नागरिकों से धन संग्रह किया जाता है, जिसका उपयोग सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा, "देश के बहादुर सैनिकों और उनके परिवारों की मदद के लिए हर नागरिक को तत्पर रहना चाहिए। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके बलिदानों का सम्मान करें।"

गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव और अपर जिला जज नीलू मैनवाल ने कहा कि यह दिवस भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के वीर जवानों को सम्मानित करने और उनके परिवारों की भलाई के लिए मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह केवल धन-संग्रह का दिन नहीं है, बल्कि हमारे सैनिकों के प्रति कृतज्ञता और समर्थन का प्रतीक है।

इस अवसर पर कर्नल अवधेश सिंह ने मंडलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी, डीआईजी अजय कुमार सिंह, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, और पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह को प्रतीक झंडा लगाया। उन्होंने जनपद न्यायालय के न्यायिक अधिकारियों को भी झंडा लगाकर आर्थिक सहयोग प्राप्त किया। कर्नल सिंह ने कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस, समाज और सेना के बीच मजबूत रिश्ते का प्रतीक है।

कार्यक्रम में न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी ने वीर सैनिकों के सम्मान में आर्थिक सहयोग कर इस दिवस की महत्ता को बढ़ाया।

संदेश:

सशस्त्र सेना झंडा दिवस न केवल सैनिकों के प्रति हमारा सम्मान और आभार व्यक्त करने का दिन है, बल्कि यह उनके परिवारों के प्रति हमारी जिम्मेदारी का भी प्रतीक है। आइए, हम सब मिलकर इन वीर जवानों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए आगे आएं।