मुख्य विकास अधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या के त्वरित समाधान कराये जाने के दिए निर्देश। 

ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल समस्या के त्वरित समाधान के लिए नोडल अधिकारी नामित

मुख्य विकास अधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या के त्वरित समाधान कराये जाने के दिए निर्देश। 

रायबरेली। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव के निर्देशानुसार मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव ने समस्त खण्ड विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं जल निगम के अधिशाषी अभियन्ता (ग्रामीण) को निर्देशित किया है कि नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलपूर्ति अनुभाग-1 उ0प्र0 शासन के शासनादेश के अनुसार जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या के त्वरित निदान हेतु जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में आगामी गर्मी की भीषणता बढ़ते तापमान एंव गिरते भू जल स्तर के कारण कई स्थानों पर पेयजल की गम्भीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। इस हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता/आपूर्ति सुनिश्चित किये जाने की अपरिहार्यता को दृष्टिगत रखते हुये वर्तमान में अधिष्ठापित इण्डिया मार्क-।। हैण्डपम्प एवं पाइप पेयजल योजनाओं के क्रियाशील बनाये रखने की नितान्त आवश्यकता है, जिससे ग्रामीण जनता को स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल सतत् रूप से उपलब्ध हो सके। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि उक्त परिस्थितियों से सम्बन्धित कारणों एवं समस्याओं का तत्काल प्रभावी ढंग से निराकरण किया जाना नितान्त आवश्यक है, ताकि जनसामान्य को पेयजल की उपलब्धता सतत् रूप से बनी रहें। इस कार्य के लिये आपके फील्ड स्तरीय अधिकारियों को न केवल दक्षता एवं कुशलता के साथ कार्य करना है, वरन् जनसामान्य की पेयजल की आवश्यकता के प्रति सजग एवं संवेदनशील रहने की नितान्त आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खराब पड़े इण्डिया मार्क हैण्डपम्पों में से जिन हैण्डपम्पों को सामान्य मरम्मत द्वारा क्रियाशील कराया जा सकता है, उन्हें तीन दिवस के अन्दर ठीक कराया जाये। पर्याप्त संख्या में प्याऊ की व्यवस्था करायी जाये तथा सभी सरकारी परिसरों यथा-तहसील, थाना अस्पताल इत्यादि में घड़े/प्याऊ रखवाकर अथवा अन्य व्यवस्था कराकर पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये तथा हैण्डपम्प के साथ चरही भी बनवायी जाये। तकनीकी परीक्षण में जिन हैण्डपम्पों का रिबोर कराया जाना अपरिहार्य पाया जाता है, उन्हें ग्राम पंचायत द्वारा नियमानुसार यथाशीघ्र रिबोर कराकर क्रियाशील कराया जाये, जिससे पेयजल की समस्या उत्पन्न न होने पायें। ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप पेयजल योजनाओं से जलापूर्ति से सम्बन्धित सभी टंकियों की तत्काल सफाई करवाकर उन्हें क्रियाशील रखते हुये स्वच्छ जल की आपूर्ति करायी जाये। पाइपलाइन के जरिये हो रही जलापूर्ति के दौरान कई स्थानों पर वाटर लीकेज होने से बहुमूल्य पेयजल बर्बाद होता है, जिसके कारण समुचित जलापूर्ति ग्राम में नहीं हो पाती है, जिसे तत्काल रोकने के प्रभावी उपाय अधिशाषी अभियन्ता उ0प्र0 जल निगम द्वारा किये जाये।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जनपद में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या के त्वरित निदान हेतु खण्ड स्तरीय प्रशासनिक मशीनरी को 24 घण्टे अलर्ट रखा जाए ताकि पेयजल की समस्या के समाधान हेतु मशीनरी सक्रिय रूप से कार्यवाही सुनिश्चित कर सके। उन्होंने समस्त अधिकारियों से कहा कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या की सूचना ग्रामीण जनता से प्राप्त कर लें एवं प्राप्त सूचना के आधार पर पेयजल समस्या के त्वरित समाधान सुनिश्चित करने हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी, रायबरेली को नोडल अधिकारी नामित किया गया है जो अपने कार्यालय में कन्ट्रोल रूम की स्थापना कराते हुए कंट्रोल रूम का नम्बर अनिवार्य रूप से तहसीलों/विकास खण्डों/ग्राम पंचायतों में प्रसारित किये जायें। उपरोक्त व्यवस्थाओं के माध्यम से जिन लोगों के घरों तक पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पा रही है, उनके घरों तक पूर्व वर्षों की भांति टैंकर के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाये।
मुख्य विकास अधिकारी ने नामित नोडल अधिकारी जिला पंचायत राज अधिकारी रायबरेली से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल समस्या सम्बन्धी प्राप्त समस्त शिकायतों को एक रजिस्टर में दर्ज कराते हुए प्रतिदिन प्राप्त शिकायतों की सूचना उल्लिखित प्रारूप पर राज्य पेयजल एव स्वच्छता मिशन, लखनऊ को ई-मेल आईडी पर उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने कहा कि उक्त निर्देशों का सर्वाेच्च प्राथमिकता पर कड़ाई से अन.ुपालन सुनिश्चित करते हुये समयान्तर्गत कार्यवाही सुनिश्चित की जाये, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या उत्पन्न न हों। उक्त निर्देश समस्त ग्राम पंचायतों में भी प्रसारित कराना सुनिश्चित करें।