जीएसटी टीम की छापेमारी के विरोध में व्यापारियों का प्रदर्शन
छापेमारी की आड में व्यापारियों का उत्पीडन कर रहे अधिकारीः घनश्यामदास गर्ग
वाणिज्य कर कार्यालय पर किया प्रदर्शन, मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा
जानकारी के अनुसार जीएसटी विभाग की टीम द्वारा आए दिन व्यापारियों की दुकानों पर की जा रही छापेमारी से व्यापारियों में आक्रोश फैला हुआ है। व्यापारियों का आरोप है कि जीएसटी की टीम छापेमारी की आड में व्यापारियों का उत्पीडन करने में लगी हुई है। इसी संदर्भ में सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष घनश्यामदास गर्ग के नेतृत्व में दर्जनों व्यापारियों ने सुभाष चौंक पर छापेमारी के विरोध में प्रदर्शन किया। उसके पश्चात सभी व्यापारी एकत्र होकर झिंझाना रोड स्थित वाणिज्य कर के कार्यालय पर पहुंचे तथा अधिकारियों पर व्यापारियों का उत्पीडन करने का आरोप लगाते हुए हंगामा प्रदर्शन शुरू कर दिया। व्यापारियों को संबोधित करते हुए घनश्यामदास गर्ग ने कहा कि सभी जिलों में व्यापारियों के यहां जीएसटी में पंजीयन हेतु जांच की आड में अधिकारियों द्वारा व्यापारियों का खुला उत्पीडन किया जा रहा है, जो गलत है। जीएसटी कानून लगाते समय घोषणा की गयी थी कि भविष्य में किसी भी प्रकार का सर्वे अथवा छापेमारी नहीं होगी लेकिन आए दिन जीएसटी नियमों में परिवर्तन पूर्व के वादों को भुलाते हुए नए नए परिवर्तन किए जा रहे हैं, अब यूपी के सभी 75 जिलों में 248 टीमें बनाकर बडी छापेमारी की जा रही है। इस तरह से प्रदेश के व्यापारियों को चोरी की श्रेणी में मान लिया गया है जबकि प्रदेश का व्यापारी भरपूर जीएसटी जमा करा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के व्यापारियों को चोर की श्रेणी में न आंका जाए तथा उसे टैक्स कलेस्टर मानकर सम्मानित किया जाए ताकि वह भविष्य में और भी ज्यादा टैक्स एकत्र कर सरकार के खजाने को बढाने का काम करता रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन वाणिज्य कर उपायुक्त धर्मेंद्र कुमार व डा. लोकेंद्र कुमार को सौंपकर छापेमारी को तत्काल बंद कराने तथा व्यापारियों को विश्वास में लेकर कार्रवाई करने के साथ-साथ जीएसटी में पंजीकरण कराने के उद्देश्य से प्रत्येक जिले के जिला मुख्यालयों पर कैंप आयोजित कर व्यापारियों का जीएसटी में पंजीकरण कराने की सुविधा दी जाए। इस मौके पर सुभाष चंद्र धीमान, सूर्यवीर सिंह, नरेंद्र अग्रवाल, महेश धीमान, अनुज गोयल, सुखपाल जांगिड, कंवरवीर कांबोज, रवि संगल, राजेश जैन, राजेश सिंघल, रामकुमार कांबोज, रामकुमार राय, धनराज बंसल, ब्रजेश गर्ग, सेवाराम, नरेश चंद्र, अशोक नामदेव, रजनीश सिंघल, सचिन सिंघल बनत, विनोद सिंघल झिंझाना, सचिन गोयल, मोहनलाल चावला, अरविंद कंसल कांधला, विवेक गोयल, सुशील गर्ग थानाभवन, प्रियांक मित्तल, मुकेश सिंघल चौसाना, प्रदीप गोयल कैराना सहित सैकड़ों व्यापारी उपस्थित रहे।