चित्रांश समाज के युवा अपने दायित्वों को समझें, राष्ट्र निर्माण में है चित्रांश समाज का महत्वपूर्ण योगदान

चित्रांश समाज के युवा अपने दायित्वों को समझें, राष्ट्र निर्माण में है चित्रांश समाज का महत्वपूर्ण योगदान

ब्यूरो रिपोर्ट मिथुन गुप्ता एटा

एटा। जिला चित्रगुप्त कल्याण समिति का 36वां वार्षिक अधिवेशन एवं विराट चित्रांश सम्मेलन  शहर के अविनाशी सहाय इण्टर कालेज में आयोजित किया गया। वार्षिक अधिवेशन में ए.एल.यू. इम्फाल यूनिवर्सिटी मणिपुर के कुलपति डा0 अनूप प्रधान ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि चित्रांश समाज सेवाभाव के साथ कार्य करे, दीन दुखियों की मदद के लिए आगे आए, राष्ट्र निर्माण और सर्व समाज के विकास में चित्रांश समाज की महत्वपूर्ण भागीदारी है। चित्रांश समाज को अपने अधिकारों के लिए आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि चित्रांश समाज हमेशा शांति का पक्षधर रहा है। जब-जब राष्ट्र पर कोई विपत्ति आई है तो समाज के लोग बढ़-चढ़कर हमेशा आगे आये हैं। राष्ट्र सेवा सर्वोपरि है। स्वास्थ्य विभाग के पूर्व महानिदेशक डा0 सत्यमित्र ने कहा कि चित्रांश समाज के युवा लोग अपने दायित्वों को समझें, तरक्की के रास्ते पर चलें। शिक्षा के क्षेत्र में आगे आकर काम करें। आज चित्रांश समाज के तमाम मेधावी देश में उच्च पदों पर आसीन हैं और राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं। चाहे वह स्वास्थ्य का क्षेत्र हो या शिक्षा, पुलिस, सैन्य सेवा हर क्षेत्र में हमारे समाज की भागीदारी है। यह क्रम निरन्तर चलते रहना चाहिए। पूर्व एलएमओ मथुरा डा0 रमा सक्सैना ने कहा कि चित्रांश समाज की महिलाएं प्रगति के रास्ते पर चलें। यह गर्व की बात है कि हमारे समाज की महिलाएं हर क्षेत्र में आगे हैं। हमने प्रगति की है, अपने अधिकारों को समझा है। आगे भी यह प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए। आगरा से पधारे डा0 प्रतीक कुलश्रेष्ठ एमडी, डा0 स्मिता कुलश्रेष्ठ ने भी सम्मेलन में उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया। कार्यक्रम से पूर्व कुलपति डा0 अनूप प्रधान, स्वास्थ्य विभाग के पूर्व महानिदेशक डा0 सत्यमित्र, अमित जौहरी एड0, हिमांशु अस्थाना, डा0 विकास सक्सैना, मनोज कश्यप, रतन प्रकाश, महामंत्री अनिल प्रकाश सक्सैना के साथ जाकर ठंडी सड़क तिराहे पर स्थित प्रथम राष्ट्रपति स्व0 डा0 राजेन्द्र प्रसाद जी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर माल्यार्पण किया। चित्रांश सम्मेलन में श्रीराम कन्या जू0हाईस्कूल के बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। उपस्थित चित्रांश बंधुओं एवं अतिथिगणों ने तालियां बजाकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। स्वास्थ्य विभाग के पूर्व महानिदेशक डा0 सत्यमित्र ने  5100/-रूपये उपहार स्वरूप समिति को भेंट किये। उनके इस कार्य की लोगों ने सराहना की। सम्मेलन में पधारे अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष सुधीर कुलश्रेष्ठ द्वारा किया गया। 
युवा शाखा के अध्यक्ष डा0 विकास सक्सैना द्वारा डा0 राजीव कुलश्रेष्ठ सहित सभी अतिथियों को पगड़ी पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर एवं पुष्पों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिला चित्रगुप्त कल्याण समिति के अध्यक्ष चित्रांश अनुपम जौहरी, महामंत्री अनिल प्रकाश सक्सैना, महिला शाखा की अध्यक्ष शिप्रा जौहरी, युवा अध्यक्ष डा0 विकास सक्सैना, क्षितिज सक्सैना, मनोज कश्यप, कुलदीप सक्सैना, श्रीमती रविश सक्सैना, चि0 रतन प्रकाश सक्सैना, अंशिका जौहरी, राजीव सक्सैना, अमन सक्सैना, विकास जौहरी, कृष्ण गोपाल, शिवम सक्सैना, कौशल सक्सैना, हेमेन्द्र सक्सैना, सोमेश सक्सैना, डा0 निरूपमा वर्मा, डा0 राकेश सक्सैना पूर्व प्राचार्य, डा0 भूपेन्द्र कुलश्रेष्ठ, सुशील कुलश्रेष्ठ, ललित मोहन कुलश्रेष्ठ, उमेश सक्सैना, बी.एस.माथुर, ईश्वर दयाल सक्सैना, प्रदीप बिसारिया, राकेश सक्सैना, लाल बहादुर सक्सैना, पूर्व अध्यक्ष सतीश चन्द्र सक्सैना, रवीन्द्र सहाय व कुलदीप नरायन जौहरी, डी एस वर्मा, दिवाकर बाबू सक्सैना, हरस्वरूप सक्सैना, आलोक जौहरी, निरंकार स्वरूप कुलश्रेष्ठ, कर्णवीर सक्सैना, अनिल प्रकाश सक्सैना पूर्व प्राचार्य जे एन एल कालेज, ज्ञानेन्द्र कुदेशिया (संयोजक), अजय सक्सैना, मुकुल कुलश्रेष्ठ, दीनेश्वर सहाय, श्रीमती अलका सहाय, डा0 ऊषा किरन सक्सैना, श्रीमती रूपा जौहरी, श्रीमती महेश जौहरी, मुकुल कुलश्रेष्ठ, श्रीमती आशा सक्सैना, डा0 गोपाल मोहन सक्सैना, सुबोध सक्सैना, संदीप सक्सैना, कांतिशरन सक्सैना, संजीव सक्सैना, सुशील श्रीवास्तव, राजीव श्रीवास्तव, मनोज सक्सैना, रविकांत सक्सैना एवं वरिष्ठ पत्रकार सुधीर सक्सैना सहित काफी संख्या में चित्रांश बंधु उपस्थित थे। 
कार्यक्रम में समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में भगवान चित्रगुप्त जी के भंडारे का आयोजन समिति के अध्यक्ष अनुपम जौहरी, अभिषेक जौहरी एवं मोहित जौहरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन डा0 राकेश मधुकर कवि एवं गीतकार द्वारा किया गया।