रामघाट का नवनिर्माण: जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने दिया विकास कार्यों को नया आयाम।
चित्रकूट।
रामघाट, जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का केंद्र है, अब तेजी से सौंदर्यीकरण और विकास कार्यों का गवाह बन रहा है। मंगलवार को जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने औचक निरीक्षण करते हुए इन कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कार्य शासन की मंशानुसार गुणवत्ता और समयसीमा के भीतर पूरे किए जाएं।
प्रमुख निर्देश:
अधूरे कार्यों में तेजी: रामघाट के अधूरे कार्यों को शीघ्र पूरा करने और गलियों के विकास के लिए कार्य योजना तैयार करने का निर्देश।
साफ-सफाई पर ध्यान: मां मंदाकिनी-गंगा की पूरी तरह से सफाई और अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही।
विद्युत सुधार: खुले तारों को अंडरग्राउंड करने और विद्युत बॉक्स को स्थानांतरित करने के निर्देश।
धार्मिक स्थलों का विकास: लेटे हनुमान मंदिर का विस्तारीकरण और मत्यगजेन्द्रनाथ मंदिर की सीढ़ियों के अधूरे कार्य को प्राथमिकता दी गई।
फूड प्लाजा और गेट निर्माण: फूड प्लाजा के समीप निर्माणाधीन गेट के कार्य को शीघ्र पूरा करने की हिदायत।
समाज के लिए बेहतर भविष्य
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि रामघाट के विकास कार्यों से न केवल स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए यह स्थल और भी आकर्षक बनेगा।
इस मौके पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूजा साहू, अधिशासी अभियंता दीपक सिंह, और नगर पालिका परिषद कर्वी के अधिशासी अधिकारी लालजी यादव समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। रामघाट का यह नवनिर्माण चित्रकूट के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को एक नई ऊंचाई पर ले जाने वाला है।