चित्रकूट: आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए शिक्षकों को मिला प्रशिक्षण।
चित्रकूट: आउट ऑफ स्कूल बच्चों को फिर से विद्यालयों में लाकर उनका शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए बीआरसी रामनगर सभागार में तीन दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शारदा ऐप के माध्यम से चिन्हित किए गए बच्चों को आयु संगत कक्षाओं में नामांकित कर, उनकी शिक्षा को बेहतर बनाना है।
खंड शिक्षा अधिकारी एनपी सिंह ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह कार्यशाला दो चरणों में आयोजित की जा रही है। पहले चरण में कुल 80 नोडल शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जबकि दूसरे चरण में 77 शिक्षकों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के तरीके सिखाए जाएंगे। कार्यशाला में संतोष कुमार मिश्र, राधेश्याम सिंह, अमित कुमार श्रीवास्तव, प्रेमचंद यादव, और विष्णु कुमार जैसे मास्टर ट्रेनर्स द्वारा शिक्षकों को इन बच्चों को चिन्हित करने, विद्यालय में प्रवेश दिलाने, और उनके स्तर के अनुरूप शिक्षण विधियों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है कि आउट ऑफ स्कूल बच्चों को समयबद्ध तरीके से कक्षा के अनुरूप दक्षताएं प्राप्त करने में मदद मिल सके और वे शिक्षा की मुख्य धारा में शामिल हो सकें। शिक्षकों को बच्चों के समग्र विकास के लिए प्रेरित करते हुए एनपी सिंह ने कहा कि इस कार्यशाला से बच्चों का शैक्षिक स्तर बेहतर होगा और वे अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम होंगे।
इस पहल से चित्रकूट में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठेगा और बच्चों को एक उज्जवल भविष्य की दिशा में मार्गदर्शन मिलेगा।