जिलाधिकारी ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों की लगाई क्लास
••जनहित के कार्यों में लापरवाही पर न बख्शे जाने की चेतावनी
••सहायक अभियंता लघु सिंचाई का रोका वेतन
ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक
बागपत | प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से नवागत जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में स्पष्ट कहा ,जो भी सरकार की योजनाएं जनपद में क्रियान्वयन के लिए हैं, उनमें गति के साथ-साथ गुणवत्ता भी लाई जाए तथा पात्र व्यक्ति किसी भी योजना से वंचित नहीं रहना चाहिए।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया, अपनी कार्यशैली और अपने व्यवहार में परिवर्तन करने की आवश्यकता है ,कार्य में कोई भी अधिकारी हेरा फेरी नहीं करेगा, अगर ऐसा कोई भी अधिकारी संज्ञान में आएगा ,तो वह अवश्य दंड पाने के लिए तैयार रहे।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि, विभागीय अधिकारियों का समन्वय अच्छा होना चाहिए ,किसी तरह की कोई समस्या नहीं आनी चाहिए | आपस में समन्वय अच्छा होगा तो, योजना की प्रगति बढ़ेगी और जनपद आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा ,विभागीय अधिकारी बैठक में आने से पहले मंडल की ,और स्टेट लेवल की रैकिंग की जानकारी के साथ बैठक में प्रतिभाग करें।
विकास कार्यों की बैठक में विपिन त्यागी सहायक अभियंता लघु सिंचाई अनुपस्थित रहे , जिनका जिलाधिकारी ने वेतन रोकने के निर्देश दिए और नाराजगी व्यक्त की | उन्होंने कहा ,जो बिना सूचना के अनुपस्थिति रहेंगे ऐसे विभागों की रविवार के दिन समीक्षा की जायेगी और अनुशासनहीनता की कार्यवाही भी की जायेगी।
जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि ,जनपद में 18 विद्यालय ऐसे हैं ,जिनमें विद्युत कनेक्शन नहीं है उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल कनेक्शन दिए जाने के निर्देश दिए। वहीं पीडब्ल्यूडी की समीक्षा करते हुए अधिशासी अभियंता के कार्य से जिलाधिकारी संतुष्ट नहीं हो पाए और उन्होंने नाराजगी व्यक्त की तथा अपूर्ण सड़कों का कार्य पूर्ण करने के तत्काल निर्देश दिए।
बड़ौत में, बड़ौत- मुजफ्फरनगर मार्ग में सेतु का कार्य चल रहा है ,जिन्हें पिलर नंबर चार पर ट्रांसफार्मर की शिफ्टिंग होनी थी ,जिसका 24 मार्च 2023 को ₹6,21000 की धनराशि भी जमा कर दी गई थी ,उसके बावजूद ट्रांसफार्म की शिफ्टिंग ना होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और 3 दिन के अंदर कार्य को पूर्ण करने के संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए।
कृषि विभाग को निर्देश दिए कि, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए ,जो जनपद में कैंप लगाए जा रहे हैं ,उनकी प्रगति अच्छी रहनी चाहिए | किसानों को समस्या ना हो और किसान को सरकार की जन कल्याणकारी योजना से सीधा जोड़ा जाए | किसान को अनावश्यक रूप से कार्यालय के चक्कर न काटने पड़ें | मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि, कृषि विभाग द्वारा जो कैम्प लगाए जा रहे हैं ,उन्हें अवश्य देखें।
सरकार की मुख्य प्रमुख परियोजनाओं के संबंध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि, मुख्य विकास अधिकारी और संबंधित विभाग के अधिकारी शाम 8 बजे जूम मीटिंग के माध्यम से भी योजनाओं में किस तरीके से प्रगति ला सकते हैं ।
पशुपालन विभाग व अधिशासी अधिकारियों ,खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि, आवारा गोवंश सड़कों पर न घूमें, जो गोवंश इधर-उधर घूम रहे हैं ,उन्हें गौशालाओं में शिफ्ट किया जाए और गौशाला में किसी तरह की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए ,संबंधित अधिकारी भ्रमणशील भी रहे।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि ,आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण अवश्य किया जाए , वहीं आरबीएसके चिकित्सकों की जानकारी सन्तोषजनक न देने पर नाराजगी व्यक्त की तो,आयुष्मान में अच्छी स्थिति होने पर प्रशंसा भी की और कहा, स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलना चाहिए ,चिकित्सक समय से चिकित्सालय आयें और जनता को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ,साफ सुथरा काम करें , योजनाओं को आम आदमी तक पहुंचाएं ,उन्हें उनका लाभ दें तथा जनहित के लिए कार्य करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मोतीलाल व्यास, अपर जिलाधिकारी प्रतिपाल चौहान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दिनेश कुमार ,परियोजना निदेशक विद्या नाथ शुक्ला ,कृषि उपनिदेशक प्रशांत कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश चंद्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी विपिन मैत्रेय आदि अधिकारी उपस्थित रहे।