डीएपी खाद के पढ़ रहे लाले कोऑपरेटिव सोसाइटी कार्यालय पर लगे हैं ताले।
इसरार अंसारी
मवाना नगर क्षेत्र में डीएपी खाद न मिलने के कारण किसान परेशान है। जिसके कारण किसानों को गेहूं बुआई नही हो पा रही है। जब भी खाद समिति में आता है तो किसानो को पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता। खाद के लिए लोग सुबह से सरकारी खाद वितरण केन्द्र पर आकर खडे तो हो जाते हैं लेकिन समिति में खाद न होने के चलते शाम बैठे रहते हैं। सोमवार के बाद मंगलवार को भी कोऑपरेटिव सोसाइटी कार्यालय के बाहर डीएपी खाद लेने वाले किसानों की दिनभर भीड़ लगी रही। लेकिन किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल पाया। जबकि कर्मचारी पर्याप्त डीएपी खाद होने की बात कह रहे हैं। बता दें कि किसान रबी फसल के तहत सरसों के बाद अब गेहूं की बुवाई कर रहे हैं। ऐसे में किसान अच्छी पैदावार के लिए अपनी फसल में डीएपी खाद डालते हैं। लेकिन किसानों को सरकारी बिक्री केंद्रों पर डीएपी खाद नहीं मिल पा रहा है। डीएपी खाद के लिए किसान बिक्री केंद्रों के खुलने से पहले ही वहां पहुंच जाते हैं। लेकिन किसानों को काफी घंटो बैठने के बाद भी खाद नही मिल रही है। किसान देवेन्द्र कुमार, लोकेश सिरोही, अनुज कुमार, जलसिह, कालूराम आदि ने बताया कि दुकानदारों ने डीएपी खाद का स्टॉक किए हुए हैं। सरसों की बुवाई हुए लगभग 1 महीना हो चुका है, और कुछ किसान गेहूं की बुआई कर रहे हैं। सरसों बढ़ने के साथ ही उसमें पहली सिंचाई किसानों ने शुरू कर दी है। वही गेंहू की बुआई भी किसानों ने शुरू कर दी है। जिसमें किसान डीएपी खाद डालते हैं। लेकिन किसानों को न तो डीएपी खाद सरकारी दुकान पर मिल रही है और न ही प्राइवेट दुकानों पर डीएपी खाद नहीं मिल रहा है। किसानों ने डीएपी खाद विक्रेताओं ने डीएपी खाद को महंगे भाव में बेचने के लिए स्टॉक कर रखा है। अगर कोई किसान निर्धारित रेट से ज्यादा रेट में डीएपी खाद खरीदता है तो उसको आसानी से डीएपी खाद मिल जाती है। इसके अलावा कहीं दुकानदार डीएपी खाद के साथ एक बैग पोटेशियम का देते हैं। जिससे किसान को दोहरी मार पड़ रही है। सरकार व प्रशासन को डीएपी खाद का स्टॉक करने वाले दुकानदार पर ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। प्रशासन ने डीएपी खाद बेचने वाले निजी दुकानदारों पर अभी तक स्टॉक के बारे में कोई जानकारी नहीं ली है।
*क्या कहते हैं अधिकारी*
कृषि अधिकारी ने कहा कि डीएपी खाद की उपर से कमी आ रही है। समिति में पर्याप्त मात्रा खाद उपलब्ध है। समिति के अधिकारी खाद देने में आनाकानी कर रहे हैं तो कार्यवाही की जाएगी।