बिना हथियार के हर समय तैयार, नियुद्धम् के प्रशिक्षण से आत्म रक्षा के खुल जाते हैं द्वार :मनोज आर्य
मातपिता की आज्ञा पालन और ब्रह्ममुहूर्त में ध्यान , सक्षम है करने को कल्याण : अभिमन्यु
संवाददाता नीतीश कौशिक
बागपत | आत्म रक्षा के लिए नियुद्धम् यानि जूडो कराटे सर्वोत्तम बिना हथियार के अचूक हथियार है | जो व्यक्ति या युवती कहीं पर अकेले हैं और वो किसी विपत्ति में फंस जाते हैं, वे नियुद्धम के द्वारा आत्म रक्षा कर अपने जीवन को बचा सकते हैं।
आर्य समाज अग्रवाल मंडी टटीरी में चल रहे 8 दिवसीय प्रशिक्षण के तीसरे दिन ,बच्चो को नियुद्धम् के विभिन्न अभ्यास कराए गए। इस अवसर पर वरिष्ठ समाज सेवी अभिमन्यु गुप्ता ने भी बच्चो को संबोधित करते हुए बताया कि, जो बच्चा अपने माता पिता की सेवा व उनकी आज्ञा पालन करता हैं, वह दिन दूनी रात चौगनी उन्नति करता हैं और उसका यश चारों और फैलता हैं।
शिविर में शिक्षक जयराम आर्य , वरिष्ठ शिक्षक आर्य भूषण,अजीत सिंह के अतिरिक्त सतीश आर्य,अमित आर्य,अभिमन्यु गुप्ता संरक्षक आर्य समाज,मनीष जिंदल,पवन शर्मा, हेमकान्त आर्य,उत्कर्ष आर्य,शिवम आर्य आदि अनेक लोग उपस्थित हुए।