बुखार ने तोड़ दी कमर नही मिल पा रहा है आराम..
ना फॉगिंग ना कोई छिड़काव मच्छरों के डंक चढा रहा बुख़ार ..
गागलहेड़ी ( संवाददाता) बुखार का प्रकोप कम होने का नाम नही ले रहा है। कई जगह तो मौते भी हो रही है। लेकिन डॉक्टर सिर्फ चांदी ही चांदी काटने में लगे हुए है। वही लेबो की स्थिति की बात करे तो रिपोर्ट्स में बुखार टाइफाइड से अलावा कोई नही आ रहा है। पलेट्स भी डाउन नही हो रही है लेकिन फिर बुखार में उठा तक नही जा रहा है। आखिर बुख़ार की यह स्थिति हर एक गांव में जमी हुई है। वही गांव में गंदगी ढेर से लेकर फॉगिंग तक सिर्फ दिखावा चल रहा है।
*पुवारका ब्लॉक के दर्जनों गांव की हालत ज्यादा ख़राब..
ब्लॉक पुवारका के हरोडा अहतमाल, नन्हेड़ा, गागलहेड़ी, कैलाशपुर, पाली, आदि गांवों में बुखार का प्रकोप बहुत तेजी से फैला है। गांवो की स्थिति बहुत नाजुक है बुखार में लोग तप रहे है। लेकिन गावो में सफाई कर्मी से लेकर ग्राम प्रधान बस अपनी मस्ती काट रहे है। कई जगह तो महीनों महीनों भी सफाई कर्मी तक गलियों में नही दिखाई देता है। जिसमे नालो में जमा पानी से उठ रहे खतरनाक मच्छर लोगो का खून चूस रहे है।।
मच्छरों के डंक से तप रहे लोग..
ब्लॉक पुवारका के अधिकांश गांव के लोग बुखार में पड़े है घर घर मरीज ड्रिप लगवा रहे है वही कई लोग तो बुखार से अपनी आखिरी सांस भी पूरी कर चुके है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि गांव के घरो के आसपास फेल रही गन्दगी उसमे से उठ रहे मच्छर यह साफ साफ बयां कर रही है कि किसी को सफाई व्यवस्था की कोई फिक्र नही है। सिर्फ प्रधान अपनी घर के आगे सफाई करा लें वह सोचते है कि पूरे गांव में सफाई हो चुकी है।
सिर्फ कागजो में फॉगिंग व दवाइयों का हो रहा छिड़काव..
गागलहेड़ी- गांव गांव सफाई व्यवस्था कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव फॉगिंग के लिए ग्राम प्रधानों को।निर्देशित किया हुआ है लेकिन अभी तक किसी भी गांव में फॉगिंग तक नही की गई है। नालो में गन्दगी ही गंदगी फैली हुई है ना ही कोई कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है। क्या सिर्फ कागजो में दवाइयों का छिड़काव हो रहा है।