अलीगढ़:- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग राज्य के सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा - हाईकोर्ट बेंच बानने की मांग पूरी नहीं कर पायें,केवल शिगूफा छोड़ते हैं

अलीगढ़:- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग राज्य के सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा - हाईकोर्ट बेंच बानने की मांग पूरी नहीं कर पायें,केवल शिगूफा छोड़ते हैं
अलीगढ़:- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग राज्य के सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा - हाईकोर्ट बेंच बानने की मांग पूरी नहीं कर पायें,केवल शिगूफा छोड़ते हैं

अलीगढ़:-राष्ट्रीय लोकदल ने गांधी जयंती के दिन अलीगढ़ से भाईचारा जयंती की शुरुआत की है। इससे पहले मेरठ में कार्यक्रम रखा गया था। लेकिन जयंत चौधरी नहीं पहुंच पाए थे। भाईचारा सम्मेलन खैर रोड के पैराडाइज गार्डेन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में  मुख्य अतिथि  राज्यसभा सदस्य चौधरी जयंत सिंह ने  संबोधित किया। उनके साथ  पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी , राष्ट्रीय महासचिव  त्रिलोक त्यागी मौजूद रहे। राज्य सभा सदस्य जयंत चौधरी ने कहा। कि हम गांधी जी से प्रेरणा लें और चौधरी चरण सिंह की लड़ाई को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा। कि जिस तरह दो आंखें खूबसूरत है। उसी तरीके से देश का हिंदू और मुसलमान भी है। धर्म - मजहब अलग हो सकते हैं। लेकिन दोनों की आत्मा हिंदुस्तान की आत्मा है।

उन्होंने कहा। कि भाईचारा सम्मेलन करने के  कारण बताये। उन्होंने कहा। कि आज जिसके हाथ में जनता ने बागडोर दी है। और यूपी में जिसको जिम्मेदारी है। आज जनता के सामने बड़ी समस्याएं हैं। बिजली नहीं है। बेरोजगारी है। जो संभावनाएं उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने की है। वह नहीं हो पा रहा है। लखनऊ में सम्मिट करते हैं। और बताते हैं। कि 33 लाख करोड़ का निवेश हो गया। वाह - वाही लूटते हैं। और आम आदमी सोचता ही रहता है। कि हमारे यहां कोई कारखाना नहीं खुला, न ही कोई निवेश दिख रहा है। और न ही रोजगार के साधन दिख रहे हैं। संविदा कर्मचारी समय-समय पर हड़ताल कर रहे हैं। नौजवान पक्की नौकरी मांग रहा है। इन सब मुद्दों पर ध्यान नही नहीं देते हैं। अगर वह कहीं बैठक करते हैं। तो सिर्फ संगठन को लेकर  करते हैं। और चुनाव के समय में रैलियां करते है। उन्होंने कहा। कि देश के प्रधानमंत्री के पास इतना समय रहता है। कि दिन और रात प्रचार और सिर्फ प्रचार करते हैं। कोई छोटा सा छोटा उद्घाटन हो जो गांव का  प्रधान, पार्षद और विधायक जाकर कर देता था। आज प्रधानमंत्री चूकते नहीं है। उनकी हार्डिंग लगती है। जनता को बताया जाता है। कि अगर प्रधानमंत्री नहीं होते तो यह संभव नहीं होता। प्रधानमंत्री दिन और रात केवल उद्घाटन और भाषण देते हैं। क्या यह मेहनत है। सरकारी तंत्र का पूरा दुरुपयोग कर रहे हैं। सरकारी मलाई खा रहे हैं। और अपने आप को ईमानदार बताते हैं।

उन्होंने  कहा। कि दूसरी ओर मुख्यमंत्री है। पहले हमने ऐसी शासन व्यवस्था देखी थी। कि आम जनता की कोई शिकायत होती थी। जनता दरबार लगता था। मौके मिलते थे। मुख्यमंत्री भी अलग-अलग जनपदों में जाते थे। अधिकारियों से भी पूछते थे। सर्वेक्षण करते थे। उनको जमीनी समस्या पता होती थी। जमीनी हकीकत को जानकर सरकार योजनाएं बनाती थी। विवेकपूर्ण फैसले लेते थी। आज हमने वह तस्वीर देखी है। मुख्यमंत्री खड़े चल रहे हैं। कुर्सी पर एक-एक व्यक्ति बैठा रखा है। एक-एक फरियादी और उसकी कुर्सी के पीछे पुलिस वाला है। और उस व्यक्ति के कंधे पर हाथ रखे हैं। कि मुख्यमंत्री के सामने खड़े मत होना। इस तरह का आतंक जनता दरबार में  कभी नहीं देखा।

उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सीधा हमला  करते हुए कहा। कि किसी मुख्यमंत्री के पास इतना समय होगा। कि वह घंटों पूजा पाठ में लगाते हैं। दिया लगाना, जालना, पूजा पाठ, ईश वंदना में डूबे रहना, इतना समय नहीं होना चाहिए। एक-एक महीने का हिसाब जनता को देना चाहिए। जनप्रतिनिधि कुछ नहीं कर रहे हैं। उन्हें लगता है। कि वोट तो मिल जाएगा। पाकिस्तान का डर दिखाने से वोट मिल जाता है। इस बार कनाडा से मामला लेकर आए हैं। पाकिस्तान से कोई झगड़ा नहीं है। अब कनाडा का इलाज करेंगे। हर चुनाव में ऐसी चीज खड़ी कर देते हैं। कि जनता के मुद्दे बदल जाते हैं। ऐसी चीज लाएंगे की जनता सोचेगी। कि एक बार और मौका दे दो। लेकिन आप हिसाब लगें। तो समझोगे ठीक कुछ नहीं हो रहा है। भाईचारे का कार्यक्रम इसीलिए कर रहे हैं। उन्होंने कहा। कि भेदभाव की राजनीति देश में कभी कामयाब नहीं होती है। देश आगे नहीं बढ़ सकता। देश का मूल स्वभाव यह नहीं है। झगड़ा फसाद कौन चाहता है। सभी लोग देश में सौहार्द चाहते है। धार्मिक मतभेद कर यह राजनीति में कामयाब होते हैं। कहीं हिंदुओं को डर दिखाएंगे। तो कहीं मुसलमान को डर दिखाते हैं।

जयंत चौधरी ने कहा। कि जो लोग झगड़ा फसाद की राजनीति कर रहे हैं। उसे जनता समझ गई है। जनता बदलाव चाहती है। इसी कारण इंडिया गठबंधन में शामिल हुए हैं। बुलडोजर चलाने के सवाल पर उन्होंने कहा। कि इससे देश आगे नहीं बढ़ेगा। बुलडोजर निर्माण का प्रतीक होना चाहिए। यह देश की परंपराओं को ध्वस्त कर रहा है। न्याय के हिसाब से सरकार को काम करना चाहिए। बिना किसी को नोटिस दिए। किसी की कमी है। और अगले दिन उसका घर उजाड़ने चले गए। किसी एक व्यक्ति ने अपराध किया और पूरे परिवार को आप दंड देते हैं। यह कोई नियम नहीं है। यह न्याय नहीं है। उन्होंने कहा। कि सुप्रीम कोर्ट को इसे संज्ञान में लेना चाहिए। और राज्य सरकार को सख्त आदेश देना चाहिए।

संजीव बालियान के पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने के सावल पर जयंत चौधरी ने कहा। कि सरकार इनकी है। और सार्वजनिक तौर पर मांग उठा रहे हैं। 10 साल पूरे होने को हो रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट बेंच बनाने की मांग की थी। आज तक नहीं बनी। अब उनको हिसाब देने का मौका आया है। तो नई बात छेड़ रहे हैं। नया प्रदेश के सवाल पर उन्होंने कहा। कि किसने उनको रोका है। सरकार उनकी है। उन्होंने कहा। कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हित में फैसला नहीं लेना चाहते, सिर्फ शिगूफा छोड़ते हैं।