गर्मी से सब्जियां झुलसने से किसान चिंतित, दिन में पानी न दें किसान: कृषि वैज्ञानिक
संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा।भीषण गर्मी का असर सब्जी की खेती पर भी पडने लगा है। इससे किसान चिंतित हो गए हैं। सिंचाई में अधिक पानी लगने से लागत बढ रही है। ऐसे में मानसून जल्द आने की कामना भी करने लगे हैं।
मई में गर्मी का सितम बढ रहा है, जबकि अभी तो जून और जुलाई भी बाकी है। गर्मी से जहां मनुष्य परेशान है, वही जीव जंतु से लेकर पेड पौधे भी सितम झेल रहे हैं। दोपहर के मौसम में लू के थपेड़ों में खेतों में खड़ी सब्जी की फसल भी सूखने लगी हैं। किसानों का कहना है कि ,रोजाना खेलों की सिंचाई के बाद भी सब्जी की फसल लगातार सूखने लगी है।
रटौल, लहचौड़ा, सिंगोली तगा, गौना आदि गांवों में बड़ी तादाद में सब्जी की खेती होती है। खीरा,लोकी, तोरी, मिर्च भिंडी आदि की फसल बड़ी तादाद में बोई हुई है। गर्मी बढने से सिंचाई के बाद भी फसल लगातार सूख रही हैं। अधिक पानी लगने से लागत भी बढ रही है। ऐसे में किसानों ने मानसून के जल्दी आने की कामना की है।
क्या बोले कृषि वैज्ञानिक
उद्यान वैज्ञानिक डा अमित चौधरी ने बताया कि ,गर्मी का प्रभाव फसलों पर पड रहा है। ऐसे में सब्जी उत्पादक किसान दिन में पानी ना दें। दिन की धूप में पानी गर्म होकर नुकसान ही करेगा। शाम को पांच बजे के बाद सिंचाई करें। इस सिंचाई का असर लम्बे समय तक फसल को मिलेगा।