खैला गाँव में श्रीमद्भागवत कथा, कर्मो के अनुसार ही सभी को फल ; आ कुलदीप
संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा।खैला गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में आचार्य कुलदीप महाराज ने कहा कि मनुष्य के कर्माे के हिसाब से ही उसे फल मिलता है। अच्छे कर्मो का अच्छा,बुरे का बुरा फल मिलना तय है।
खैला में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में ग्रामीण, धर्म सभा में शामिल होकर ज्ञान व भक्ति रस का आनंद ले रहे हैं। शुक्रवार को आचार्य कुलदीप महाराज ने कर्म को प्रधान बताते हुए कहा कि ,विपदाओं के सागर को पार करके हम अगर किनारे पर पहुंच जाएं ,तो मार्ग की मुश्किलें हमें कभी भी व्यथित नहीं करतीं। किंतु यदि हम दुख के भंवर से बाहर न निकल पाएं, तो जीवन बोझ प्रतीत होता है।
कहा कि,यह सत्य है कि हमारा वर्तमान हमारे कर्मो और प्रारब्ध के संयुक्त परिणाम के अतिरिक्त कुछ नहीं है। हम कर्माे के पाप और पुण्य की गठरी लेकर पैदा होते हैं और पूरी उम्र इन्हीं गठरियों में जोड़ते-घटाते रहते हैं। हमारी अंतिम यात्रा के बाद यही हमारे साथ जाता है। बस हम इन्हें ही जीवन भर संभालने में लगे रहते है कि, पाप को कैसे काटें और पुण्य को कैसे बढ़ाएं। यही उद्देश्य हमें एक सफल जीवन दे सकता है। कथा में बडी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे।