बंदियों को अच्छे कार्यों से उनके जीवन में बदलाव लाया जा सकता है। जेल अधीक्षक

बंदियों को अच्छे कार्यों से उनके जीवन में बदलाव लाया जा सकता है। जेल अधीक्षक

उरई। जेल में निरुद्ध बंदियों को यदि अच्छा वातावरण मिले तो उनके जीवन में बदलाव लाया जा सकता है।
  उक्त विचार उरई जिला जेल में कुछ दिन पहले जेल अधीक्षक के पद पर नियुक्त नीरज देव ने ब्यक्त करते हुए कहा कि जेल में निरुद्ध सभी बंदी अपराधी प्रबृत्ति के नहीं होते हैं, इनमें कुछ तो निर्दोष भी हो सकते हैं। हमारा प्रयास होगा कि हम जिला जेल में ऐसा वातावरण बनाएं, जिससे उन्हें अपने आप को सुधारने का अवसर मिले। हमारे द्वारा जेल परिसर में कई तरह के धार्मिक, सांस्कृतिक एवं शारीरिक विकास के कार्यक्रमों का समय समय पर आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से मानव मष्तिष्क मे जो कुंठा होती हैं उन पर किसी हद तक विराम लगाया जा सकता है। 
  मूल रूप से मुरादाबाद जिले के निवासी जेल अधीक्षक नीरज देव दिल्ली में रह कर पले बढ़े और वहीं से शिक्षा ग्रहण कर कई  राजकीय सेवाओं को करने के बाद जेल अधीक्षक के पद पर जालौन मे प्रथम पदस्थ हुए हैं। उनका मानना है कि इस सेवा में उन्हें स्वतंत्र रूप से बंदियों को अपने ढंग से मोटीवेट करने का अवसर प्राप्त होगा।